जिस रिवाल्वर से फाय¨रग हुई, वह बरसान के सरपंच की थी, दोनों को किया गिरफ्तार
जठलाना थाना एरिया के गांव नाचरोन में हर्ष फाय¨रग 14 वर्षीय अर्जुन की मौत के मामले में पुलिस ने दो आरोपित गिरफ्तार कर लिए हैं। इनमें एक गोली चलाने वाला गांव का साजिद व दूसरा बरसान का सरपंच विकास कांबोज है। विकास कांबोज की रिवाल्वर से फाय¨रग हो रही थी।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : जठलाना थाना एरिया के गांव नाचरोन में हर्ष फाय¨रग 14 वर्षीय अर्जुन की मौत के मामले में पुलिस ने दो आरोपित गिरफ्तार कर लिए हैं। इनमें एक गोली चलाने वाला गांव का साजिद व दूसरा बरसान का सरपंच विकास कांबोज है। विकास कांबोज की रिवाल्वर से फाय¨रग हो रही थी। इसकी गोली ही अर्जुन को लगी थी। मामला अलग-अलग समुदाय का होने की वजह से सुबह से ही पुलिस ने गांव में डेरा डाल दिया था। वहीं सिविल अस्पताल में पोस्टमार्टम के दौरान भी पुलिस बल मौजूद रहा। अस्पताल में परिजन पोस्टमार्टम न कराने पर अड़े थे। समाज के मौजिज लोगों की मौजूदगी में परिजनों को बताया गया कि फाय¨रग करने के मामले में दोनों आरोपित गिरफ्तार कर लिए गए हैं। बाद में परिजनों ने तस्दीक की। इसके बाद ही शव का पोस्टमार्टम हो सका।
गांव में रौब दिखाता था साजिद
सिविल अस्पताल में पहुंचे लोगों का आरोप था कि फाय¨रग करने वाला साजिद खुद को विधायक श्याम ¨सह राणा का पीए बताता था। इस वजह से वह गांव में भी दबंगई दिखाता था। शादी में भी उसने दबंगई दिखाने के लिए ही फाय¨रग की। हालांकि जिस रिवाल्वर से फाय¨रग की गई। वह बरसान के सरपंच विकास कांबोज की थी। पुलिस ने दोनों के खिलाफ 302 व आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है।
पहले ऊपर, फिर सीधे चलाई गोली
प्रत्यक्षदर्शी अमित के मुताबिक, रात को डीजे बज रहा था। वह भी अर्जुन के साथ डीजे देख रहा था। इसी दौरान साजिद ने हवा में गोली चलाई। इसके बाद उसने सीधी गोली चलाई। जो अर्जुन के पेट में जाकर लगी। वह नीचे गिर पड़ा। मैं तुरंत भागकर घर पहुंचा और अपने पापा को बताया कि अर्जुन को गोली लग गई है। इसके बाद परिजन दौड़ पड़े। जब तक परिजन पहुंचते, आरोपित पक्ष के लोग अर्जुन को लेकर सिविल अस्पताल यमुनानगर में पहुंच गए। यहां पर उसकी मौत हो गई।
घटना के बाद गांव में नहीं पहुंची पुलिस
परिजनों का आरोप है कि घटना के बाद भी पुलिस गांव में नहीं पहुंची। पूरा परिवार डरा हुआ था। यदि पुलिस गांव में समय से पहुंच जाती, तो उनका बेटा बच सकता था। मृतक अर्जुन की मां कर्मजीत का रो-रोकर बुरा हाल है। रोते हुए कहती है कि उसे बस अपना बेटा वापस चाहिए। ये लोग पैसे वाले हैं, पुलिस पर इनका दबाव है। यह तो छूट जाएंगे। उनका बेटा कहां से वापस आएगा। परिजनों ने यह भी आरोप लगाया कि उन पर समझौते का दबाव बनाया जा रहा है। रात को उन्हें धमकाया भी गया। बाद में जठलाना थाना प्रभारी पिरथी ¨सह परिजनों के बीच पहुंचे। उन्होंने कहा कि दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस पर भी परिजन पहले तो संतुष्ट हो गए। फिर बाद में कहने लगे कि यहां पोस्टमार्टम होते ही उन्हें छोड़ दिया जाएगा। हालांकि बाद में समाज के अन्य मौजिज लोगों राजेंद्र वाल्मीकि व ¨रकू आदि ने समझाया कि पुलिस ने आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया। इस दौरान थाना प्रभारी पिरथी ¨सह ने परिजनों को आश्वस्त करते हुए कहा कि रात के समय पुलिस ने सूचना के तुरंत बाद आरोपितों की तलाश में दबिश दी। उन्हें रात में ही पकड़ लिया गया। यदि गांव में पुलिस आती, तो आरोपितों के फरार होने का अंदेशा था।
जुड़वा भाई थे कर्ण अर्जुन
कर्मजीत को दो जुड़वा बच्चे हुए थे। दोनों का नाम उसने बड़े प्यार से कर्ण व अर्जुन रखा था। दोनों के नैन नक्श एक भी समान है। गांव के ही सरकारी स्कूल में अर्जुन व कर्ण कक्षा आठ में पढ़ते हैं। उनके पिता लाभ ¨सह मजदूरी करते हैं।
यह था मामला : नाचरोन गांव में शुक्रवार की रात करीब दस बजे इरफान नाम के युवक की घुड़चढ़ी हो रही थी। घुडचढ़ी में डीजे को देखने के लिए अर्जुन भी पहुंचा था। इस दौरान इरफान के चचेरे भाई साजिद ने फाय¨रग की। एक गोली अर्जुन के पेट में जा लगी। उसे तुरंत अस्पताल में लेकर गए। जहां उसकी मौत हो गई थी।
वर्जन
डीजे में फाय¨रग हो रही थी। फाय¨रग के दौरान एक गोली रिवाल्वर के चैंबर में फंस गई। जैसे ही रिवाल्वर नीचे की गई, तो फंसी गोली चली। वहीं अर्जुन को लगी है। दोनों आरोपित गिरफ्तार कर लिए गए हैं।
-अजय राणा, डीएसपी, रादौर।