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जिस पिस्टल की गोली से हुई अर्जुन की मौत, उसके लाइसेंस के लिए नेताओं व साजिद ने की थी सिफारिश

गांव नाचरौन में शादी समारोह के दौरान जिस पिस्टल की गोली से 14 वर्षीय अर्जुन की मौत हुई थी उसका लाइसेंस दिलाने के लिए खुद साजिद व कई नेताओं ने मदद की थी। उन्होंने आला अधिकारियों को गांव बरसान के सरपंच विकास कांबोज को लाइसेंस देने के लिए सिफारिश की थी। सरपंच ने अपनी जान को खतरा बताते हुए लाइसेंस लिया था। अधिकारियों ने भी दबाव में लाइसेंस जारी कर दिया। बिना सोचे समझे हथियार रखने का लाइसेंस देने का नतीजा सबके सामने है। 14 वर्षीय किशोर को अपनी जान गंवानी पड़ी। थाना जठलाना पुलिस ने गोली चलाने वाले साजिद खान व सरपंच विकास कांबोज को रविवार दोपहर कोर्ट में पेश किया जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

By JagranEdited By: Published: Sun, 25 Nov 2018 06:23 PM (IST)Updated: Sun, 25 Nov 2018 06:23 PM (IST)
जिस पिस्टल की गोली से हुई अर्जुन की मौत, उसके लाइसेंस के लिए नेताओं व साजिद ने की थी सिफारिश
जिस पिस्टल की गोली से हुई अर्जुन की मौत, उसके लाइसेंस के लिए नेताओं व साजिद ने की थी सिफारिश

संवाद सहयोगी, रादौर : गांव नाचरौन में शादी समारोह के दौरान जिस पिस्टल की गोली से 14 वर्षीय अर्जुन की मौत हुई थी उसका लाइसेंस दिलाने के लिए खुद साजिद व कई नेताओं ने मदद की थी। उन्होंने आला अधिकारियों को गांव बरसान के सरपंच विकास कांबोज को लाइसेंस देने के लिए सिफारिश की थी। सरपंच ने अपनी जान को खतरा बताते हुए लाइसेंस लिया था। अधिकारियों ने भी दबाव में लाइसेंस जारी कर दिया। बिना सोचे समझे हथियार रखने का लाइसेंस देने का नतीजा सबके सामने है। 14 वर्षीय किशोर को अपनी जान गंवानी पड़ी। थाना जठलाना पुलिस ने गोली चलाने वाले साजिद खान व सरपंच विकास कांबोज को रविवार दोपहर कोर्ट में पेश किया जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

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अधिकारियों पर विधायक की तरह रौब झाड़ता था साजिद

साजिद खान रादौर विधायक श्याम ¨सह राणा के कार्यालय पर लोगों की आवभगत करता था। इसलिए वह खुद को भी विधायक से कम नहीं मानता था। विधायक की गैरहाजिरी में जब लोग अपने कार्यों के लिए कार्यालय में आते थे तो साजिद खुद मोबाइल से आला अधिकारियों पर रौब झाड़कर उनके काम करने के लिए दबाव बनाता था। क्योंकि फोन विधायक कार्यालय से जाता था इसलिए अधिकारी ज्यादा कुछ नहीं बोलते थे। सरपंच विकास कांबोज को लाइसेंस दिलाने के लिए भी साजिद खान ने आला अधिकारियों को फोन किया था। जबकि सरपंच का दूसरा कोई बिजनेस भी नहीं है जिससे उनकी जान को किसी से खतरा हो।

धड़ल्ले से जारी हो रहे बंदूक के लाइसेंस

रादौर क्षेत्र में हर महीने भारी संख्या में रिवाल्वर, पिस्टल व बंदूकों के लाइसेंस जारी किए जा रहे है। ऐसे-ऐसे लोगों को लाइसेंस जारी कर दिए गए हैं जिनका न तो पैसे का लेनदेन है और न ही कोई बड़ा बिजनेस। क्षेत्र के युवा रिवाल्वर का लाइसेंस लेने के लिए भाजपा नेताओं व अधिकारियों के आगे-पीछे चक्कर लगाते नजर आ रहे है। जिला में भाजपा सरकार के कार्यकाल में सबसे ज्यादा रिवाल्वर के लाइसेंस रादौर क्षेत्र में प्रशासन द्वारा जारी किए गए है। जरूरत से ज्यादा लाइसेंस जारी किए जाने से क्षेत्र में आम आदमी की सुरक्षा को खतरा पैदा होता जा रहा है। गांव बरसान के सरपंच को दो से ढाई माह पहले ही लाइसेंस जारी हुआ था।

इसी अहसान के चलते सरपंच बरसान ने विवाह शादी के दौरान आरोपी साजिद खान को हर्ष फाय¨रग करने के लिए कुछ समय के लिए पिस्टल दी थी। लेकिन साजिद खान को रिवॉल्वर चलाने का कोई ज्ञान नहीं था। लेकिन सत्ता के नशे में चूर आरोपी साजिद खान ने आव देखा न ताव और हवा में रिवाल्वर से फायर किए। इसी दौरान उसके द्वारा एक गलत फायर किए जाने से किशोर अर्जुन की जान चली गई। साजिद खान द्वारा नासमझी व अज्ञानता के कारण रिवाल्वर का इस्तेमाल करने पर एक मासूम बच्चे को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है। वहीं क्षेत्र के लोगों ने जिला उपायुक्त व एसपी से मांग की है कि भविष्य में प्रशासन रिवाल्वर का लाईसेंस केवल जरूरतमंद लोगों को ही देना निश्चित करे। आनन फानन में हथियारों के लाइसेंस जारी किए जाने से जनता की सुरक्षा को सबसे बड़ा खतरा पैदा करने का काम प्रशासन के अधिकारी खुद कर रहे है।

विधायक ने घर जाकर दी सांत्वना

रादौर विधायक श्याम ¨सह राणा शनिवार देर शाम मृतक अर्जुन के घर परिजनों को सांत्वना देने के लिए पहुंचे। विधायक ने शोकाकुल परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने परिवार को आश्वासन दिया कि उनके साथ पूरा इंसाफ किया जाएगा। वहीं उनकी प्रशासन की ओर से पूरी मदद की जाएगी। उन्होंने इस हादसे पर दुख जताया।

गांव की वाल्मीकि चौपाल में हुई पंचायत

गांव नाचरौन में गोली चने के बाद रविवार को वाल्मीकि चौपाल में एक पंचायत हुई, जिसमें सभी बिरादरी के लोगों ने हिस्सा लिया। गांव के सरपंच कर्म ¨सह, पूर्व सरपंच महीपाल, अमरनाथ नंबरदार, रमेश नंबरदार, डॉ. लाभ ¨सह की देखरेख में हुई पंचायत में शादी पक्ष के लोगों इमरान, मेहरबान, असलम ने भी भाग लिया। इसमें निर्णय लिया गया कि भविष्य में शादी समारोह के दौरान किसी भी पक्ष द्वारा फायर न किए जाने को लेकर सहमति जताई। सरपंच ने बताया कि शादी समारोह के दौरान गोली लगने से बच्चे की मौत होने से गांव के सभी लोग सदमे में है।


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