तीर्थराज कपालमोचन में अगले साल आने का वादा कर घर को लौटे श्रद्धालु
तीर्थराज कपालमोचन के पवित्र सरोवरों में स्नान करने के बाद अगले वर्ष आने का वादा कर श्रद्धालु लौट गए। शुक्रवार को भी मेला परिसर में अ'छी खासी भीड़ दिखाई दी। स्थानीय लोगों ने नजदीकी गांवों के लोगों ने खरीदारी की। सुरक्षा के लिहाज से पुलिस बल तैनात रहा।
जागरण संवाददाता, कपालमोचन : तीर्थराज कपालमोचन के पवित्र सरोवरों में स्नान करने के बाद अगले वर्ष आने का वादा कर श्रद्धालु लौट गए। शुक्रवार को भी मेला परिसर में अच्छी खासी भीड़ दिखाई दी। स्थानीय लोगों ने नजदीकी गांवों के लोगों ने खरीदारी की। सुरक्षा के लिहाज से पुलिस बल तैनात रहा। मेले से लौटते समय श्रद्धालुओं ने घर के लिए प्रसाद खरीदा। सबसे ज्यादा भीड़ प्रसाद की दुकानों पर ही देखने को मिली।
कपालमोचन मेला की सड़कों पर लोगों की भीड़ दिखाई दी। कपालमोचन से बिलासपुर तक दो किलोमीटर का सफर श्रद्धालुओं को पैदल ही तय करना पड़ा। बिलासपुर के सिरोही रोड छोटा बस स्टैंड अनाज मंडी में रोडवेज की बसें खड़ी की गई थी। श्रद्धालु किसी तरह बसों तक पहुंचे। बहुत से श्रद्धालु तो रात को ही घर लौट गए। इस दौरान जाम की स्थिति रही। पुलिस को स्थिति संभालने में परेशानी का सामना करना पड़ा। ऑटो, तांगा, मेला परिसर के अंदर जाने की अनुमति नहीं दी गई। बाहर से ही रुट डाइवर्ट किया गया।
जुड़ी है गहरी आस्था
मेला स्थल से लौटे रहे रोपड़ के गुरनाम ¨सह, पटियाला से आए सरदार सतनाम ¨सह आदि ने बताया कि उनकी पवित्र स्थान के साथ आस्था जुड़ी है। वह 20 वर्ष से गुरु पर्व पर यहां आते हैं। पवित्र सरोवरों में स्नान करने के बाद दीपदान भी करते हैं। सेहत ने साथ दिया तो अगले वर्ष भी तीर्थ स्थल पर जरूर आएंगे। इसी तरह खरड़ से आई हरजीत कौर ने बताया कि पहली बार अपनी सास के साथ यहां आई थी। तभी से तीर्थस्थल पर आकर शीश नवाती हैं।
ग्रामीणों ने जानी सरकारी योजनाएं
मेला परिसर में विभिन्न विभागों की ओर से लगाई प्रदर्शनी स्टाल से ग्रामीणों ने महत्वपूर्ण जानकारी हासिल की। 19 से ज्यादा विभागों की ओर से यहां स्टाल लगाए गए हैं। इसमें बागवानी, रोजगार, सेहत, रोडवेज, बिजली, जनस्वास्थ्य विभाग की ओर से स्टाल लगाए गए। यहां से अधिकारियों की ओर से सरकार की योजनाओं को भी बताया गया है। यहां ज्यादा रूझान बगवानी और कृषि विभाग की प्रदर्शनी की तरफ दिखाई दिया। यहां खड़े भेड़थल निवासी विशाल ने बताया कि वह खेती करते हैं। इस स्टाल से उनको दवा संबंधी जानकारी मिली है। इस प्रकार के स्टाल लोगों के लिए लाभदायक होते हैं। सरकार का ये अच्छा प्रयास है।