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रोजी हत्याकांड में नया मोड़, परिजन बोले- हत्या से कुछ घंटे पहले दामाद ने मांगे थे दस लाख

क्रशर संचालक राजिद्र सिक्का की पुत्रवधु रोजी मर्डर केस में एक नया मोड़ आ गया है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 03 Jun 2019 06:40 PM (IST)Updated: Tue, 04 Jun 2019 09:41 AM (IST)
रोजी हत्याकांड में नया मोड़, परिजन बोले- हत्या से कुछ घंटे पहले दामाद ने मांगे थे दस लाख
रोजी हत्याकांड में नया मोड़, परिजन बोले- हत्या से कुछ घंटे पहले दामाद ने मांगे थे दस लाख

जागरण संवाददाता, यमुनानगर :

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क्रशर संचालक राजिद्र सिक्का की पुत्रवधु रोजी मर्डर केस में एक नया मोड़ आ गया है। मृतका के परिजन पुलिस की अब तक की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हैं। उसके पिता चाहते हैं कि मामले की जांच सीबीआई से कराई जाए। इसके चलते सोमवार को परिजन एसपी से मिले। एसपी ने इस केस की जांच सीबीआइ से कराने से इनकार कर दिया। उन्होंने डिटेक्टिव स्टाफ को निर्देश दिए कि इस मामले की जांच जल्द कराई जाए। दिपांशु ने दो बार मांगे थे 10 लाख रुपये : जनकराज

मृतका रोजी के पिता छछरौली के खेड़ा मोहल्ला निवासी जनकराज ने एसपी को दी शिकायत में कहा कि नौ मई को रोजी के पति दीपांशु ने अपने मोबाइल से उन्हें फोन कर 10 लाख रुपये की मांग की थी। जिस पर उन्होंने कहा था उन्होंने अपनी जमीन बेचनी तय कर रखी है, जिसकी अभी रजिस्ट्री नहीं हुई है। इसलिए भी उनके पास 10 लाख रुपये नहीं है। 16 मई को सुबह 11 बजे दीपांशु ने फोन कर दोबारा 10 लाख रुपये मांगे। उस वक्त भी उनके पास रुपये नहीं थे। कुछ घंटे बाद ही रोजी का मर्डर होने की सूचना आ गई। खुद को बेकसूर बताने जनकराज के घर पहुंचे सिक्का

जनकराज का कहना है कि राजिद्र सिक्का रविवार रात 10-12 लोगों को लेकर अचानक उसके घर पर पहुंच गए। राजिद्र ने अपने आने की कोई सूचना नहीं दी थी। वे करीब दो घंटे तक घर पर रहे। जनकराज के मुताबिक राजिद्र सिक्का ने खुद को बेकसूर बताते हुए कहा कि उसने और बेटे ने रोजी का मर्डर नहीं कराया, लेकिन उन्होंने उनकी बातों पर विश्वास नहीं किया, क्योंकि मर्डर ससुराल में ही हुआ था। वे उस पर दबाव बनाने के लिए ही इतने लोगों को अचानक घर पर लेकर आए थे। सीबीआई जांच के लिए एसपी से मिलने पहुंचे

सोमवार सुबह रोजी के पिता जनकराज, मां सीमा रानी, मौसा यशपाल, चाचा अशोक पाहवा, सोनू पाहवा, जीजा मुकेश पाहवा, मामा परमजीत तनेजा, निशा रानी और बुआ ममता एसपी कुलदीप सिंह से मिलने पहुंचे। परिजनों ने एसपी से कहा कि पुलिस ने अभी तक इस केस में कुछ भी नहीं किया है। जांच के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है। पुलिस राजिद्र सिक्का के नौकर राजेश को गिरफ्तार कर चुकी है, जिसमें नौकर कबूल कर चुका है कि यह मर्डर उसने राजिद्र सिक्का के कहने पर किया है। फिर भी पुलिस राजिद्र और उसके बेटे दीपांशु को गिरफ्तार नहीं कर रही। आरोप है कि दोनों ने षड्यंत्र के तहत गला काटकर रोजी की हत्या कर दी। फिर भी दोनों आरोपित सरेआम घूम रहे हैं। पुलिस की जांच पर अब भरोसा नहीं है। इसलिए इस केस की जांच सीबीआइ से कराई जाए, जिससे कि उन्हें इंसाफ मिल सके। ये है तीसरा मोड़

बता दें कि पुलिस ने घटना के अगले दिन खुलासा किया था कि नौकर ने रोजी की हत्या भरपेट खाना नहीं मिलने पर की है। ये कहानी परिजनों के गले से नीचे नहीं उतर रही थी। बाद में सुसर के कहने पर हत्या की बात कहीं गई। इसके बाद जनकराज ने राजिंद्र सिक्का पर विश्वास जताते हुए राजेश के दूसरे बयान को गलत बताते हुए कहा था कि सिक्का ऐसा नहीं कर सकते।

पिता ने ये भी लगाया आरोप :

मृतका के पिता ने राजिद्र सिक्का पर और भी आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि राजिद्र सिक्का सभी से कहते फिर रहे हैं कि रोजी गरीब परिवार से थी। इसलिए उसका शादी का खर्च भी उसने ही उठाया था। जबकि यह गलत है। जनकराज का आरोप है कि किसी ने उसकी बेटी की शादी का खर्च नहीं उठाया, बल्कि शादी से ठीक पहले राजिद्र ने उनसे कार की डिमांड कर दी। तब उन्होंने रिश्तेदारों से रुपये उधार लेकर शादी में स्विफ्ट कार दी थी। वहीं, राजिद्र सिक्का और उनके दीपांशु बेटे इन आरोपों को गलत और निराधार बता रहे हैं।

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