कपड़ा व्यापारी से लूट के आरोप में जिन्हें पुलिस ने पकड़ा था कोर्ट ने किया बरी
कपड़ा व्यापारी की आंखों में मिर्च डालकर दो लाख रुपये से भरा बैग छीनने के आरोपित गांव शहजादपुर निवासी जितेंद्र व अनजीप को कोर्ट ने बरी कर दिया है।
संवाद सहयोगी, जगाधरी : कपड़ा व्यापारी की आंखों में मिर्च डालकर दो लाख रुपये से भरा बैग छीनने के आरोपित गांव शहजादपुर निवासी जितेंद्र व अनजीप को कोर्ट ने बरी कर दिया है। आरोपितों के खिलाफ पुलिस कोर्ट में पुख्ता सबूत पेश नहीं कर पाई। इसके अलावा शिकायतकर्ता द्वारा पुलिस को दी गई शिकायत व कोर्ट में दिए गए बयान में भी समानता नहीं पाई गई। सबूतों के अभाव में अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायधीश चंद्रशेखर की कोर्ट ने दोनों आरोपितों को बरी कर दिया।
यह मिली खामियां
लीगल एड कौंसिल के एडवोकेट पुनीत धीमान के मुताबिक पुलिस ने अपनी जांच में बताया कि कपड़ा व्यापारी से रुपयों से भरा बैग छीनने के बाद जब आरोपित फरार हो रहे थे, तो लेदी चौक पर उनका एक्सीडेंट हो गया। यहां वे मोबाइल व बाइक छोड़कर फरार हो गए लेकिन पुलिस यह नहीं साबित कर पाई कि ये मोबाइल आरोपितों का ही है। शिकायतकर्ता के बयानों में भी समानता नहीं है। शिकायतकर्ता ने दोषियों को घटनास्थल पर आंखों में मिर्ची डले होने के कारण नहीं पहचान सकने की बात कही थी लेकिन कोर्ट में कहा मैंने उनको मौके पर ही देख लिया था।
यह था मामला
खिजराबाद निवासी कपड़ा व्यापारी नीलम जैन ने पुलिस को दी शिकायत में कहा कि बस स्टैंड पर उसकी कपड़े की दुकान है। 30 मई की रात को करीब 9 बजे दुकान बंद की और थैले में दो-तीन लाख रुपये डालकर बाइक से घर निकल पड़ा। जब वह खिजराबाद से थोड़ा आगे पहुंचा, तो बाइक सवार दो लड़कों ने उसकी आंख में मिर्च पाउडर डाल दिया और रुपयों से भरा बैग छीनकर फरार हो गए।
दो जून को काबू किए आरोपित
पुलिस ने दो जून को गांव शहजादपुर निवासी जितेंद्र व अनजीप को काबू किया। साथ ही 30 मई की रात को कपड़ा व्यापारी से हुई दो लाख रुपये की झपटमारी की वारदात का खुलासा करने का दावा किया।