डेरे में लूट के दौरान बदमाशों के हमले से घायल महंत व सेवक की हालत गंभीर
कपालमोचन तीर्थस्थल के दो डेरों में हुई लूट की वारदात में पुलिस के हाथ फिलहाल कोई ठोस सुराग नहीं लगा है। आसपास के क्षेत्र के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। वहीं लूट की वारदात के दौरान घायल हुए सेवक जोगिद्र सिंह को पीजीआइ रेफर किया गया है।
संवाद सहयोगी, बिलासपुर : कपालमोचन तीर्थस्थल के दो डेरों में हुई लूट की वारदात में पुलिस के हाथ फिलहाल कोई ठोस सुराग नहीं लगा है। आसपास के क्षेत्र के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। वहीं लूट की वारदात के दौरान घायल हुए सेवक जोगिद्र सिंह को पीजीआइ रेफर किया गया है। महंत बुधनाथ का मुलाना में इलाज चल रहा है। इस घटना से कपालमोचन में रहने वाले साधु संतों में रोष बना हुआ है।
मंगलवार की अलसुबह नकाबपोश बदमाशों ने कपालमोचन मोहड़ी रोड व चौराही रोड पर दो डेरों के महंतों को बंधक बना कर लूट की वारदात को अंजाम दिया। पहले लुटेरों ने चौराही रोड पर ओमप्रकाश आश्रम के महंत विजय मुनि के हाथ बांधकर कमरे में बंद कर दिया। यहां से 40 हजार रुपये व जेवरात लूट लिए। बदमाशों ने विजय मुनि को बंधक बनाकर नशीली पदार्थ सुंघाया। इसके बाद बेखौफ होकर वारदात को अंजाम दिया था।
इसके बाद बदमाशों ने कपालेश्वर मंदिर मिल्कखास मोड पर अंजाम दिया। यहां पर जब चारों बदमाश पहुंचे, तो डेरे में महंत बुधनाथ व उसका सेवक जोगिद्र सिंह था। अनजान लोगों को देख उन्होंने विरोध किया, तो बदमाशों ने उन पर हमला बोल दिया। उन्हें पीट-पीटकर अधमरा कर दिया। इसके बाद यहां से 20 हजार की नकदी, अंगूठियां व महंत के कानों के कुंडल लूटकर फरार हो गए थे। साधु समाज ने मांगी सुरक्षा:
षड्दर्शन साधु समाज के सदस्य संत बलजिद्र दास, महंत जंडदास व अन्य ने प्रशासन से मांग की है कि कपालमोचन के डेरा व धार्मिक स्थलों में पुलिस सुरक्षा बढ़ाई जाए। अधिकतर डेरे खेतों में सुनसान जगह पर बने हुए है। अलग-अलग व दूर-दूर डेरे होने के कारण वह खुद को असुरक्षित महसूस करते हैं। इससे अवारा तत्व किसी भी वारदात को आसानी से अंजाम दे सकते हैं। इसलिए क्षेत्र में पुलिस की गश्त बढ़ाई जाए। जिससे साधु संगत बेखौफ यहां पर रह सके। बिलासपुर थाना प्रभारी रवि खुंड़िया ने बताया कि पुलिस व सीआइए की टीमें बदमाशों की तलाश में लगी हुई है। जल्द ही बदमाशों को पकड़ लिया जाएगा।