आढ़तियों ने रुकी पेमेंट खाते में डालने की मांग की
अनाज मंडी के आढ़तियों के 15 दिन से धान का भुगतान नहीं हुआ। नियमानुसार 72 घंटे के अंदर अनाज का भुगतान होना होता है। लगभग ?70 करोड रुपये खरीद एजेंसियों की तरफ बकाया है। ऐसे में आढ़तियों के लिए किसानों के धान का भुगतान करना परेशानी का कारण बना हुआ है।
संस, छछरौली : अनाज मंडी के आढ़तियों के 15 दिन से धान का भुगतान नहीं हुआ। नियमानुसार 72 घंटे के अंदर अनाज का भुगतान होना होता है। लगभग ?70 करोड रुपये खरीद एजेंसियों की तरफ बकाया है। ऐसे में आढ़तियों के लिए किसानों के धान का भुगतान करना परेशानी का कारण बना हुआ है। अनाज मंडी छछरौली में धान के सीजन को शुरू हुए लगभग एक महीना गुजर गया। अभी तक केवल 15 अक्टूबर तक की धान का भुगतान ही किया गया है।
सरकार ने घोषणा की थी अनाज मंडियों में आढ़तियों की फसल का भुगतान 72 घंटे के अंदर कर दिया जाएगा। मगर यहां सरकार के दावे खोखले साबित हो रहे हैं। आढ़तियों का कहना है कि लगभग 15 दिन से धान का भुगतान उनके खाते में नहीं डाला गया। किसान लोग उन्हें रात दिन पेमेंट के लिए परेशान कर रहे हैं । ऐसे में वह किसान को किस तरह भुगतान करें। सरकार को चाहिए कि वह अपने वायदे के मुताबिक 72 घंटे के अंदर किसानों के अनाज का भुगतान करें। उनको राहत प्रदान करें।
अनाज मंडी छछरौली के प्रधान प्रेम सागर और जगमाल सिंह शेरपुर का कहना है की अनाज मंडी छछरौली का लगभग 70 करोड रुपये अभी तक बकाया है। 15 दिन का भुगतान ही उन्हें किया गया है। ऐसे में उनके सामने किसानों को भुगतान की समस्या पेश आ रही है। प्रशासन और सरकार को चाहिए कि वह समय पर भुगतान कराएं। उनको राहत दिलाए।