कंप्यूटर टीचरों पर लाठीचार्ज के विरोध में सड़क पर उतरे अध्यापक
पंचकूला में कंप्यूटर टीचरों पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में अध्यापक सड़क पर उतर आए। संयुक्त शिक्षक संघर्ष समिति के बैनर तले अध्यापकों ने लघु सचिवालय के बाहर धरना दिया। सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रोष जताया। डीसी के माध्यम से सीएम को ज्ञापन भेजा गया।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : पंचकूला में कंप्यूटर टीचरों पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में अध्यापक सड़क पर उतर आए। संयुक्त शिक्षक संघर्ष समिति के बैनर तले अध्यापकों ने लघु सचिवालय के बाहर धरना दिया। सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रोष जताया। डीसी के माध्यम से सीएम को ज्ञापन भेजा गया। सरकार से मांग की गई कि कंप्यूटर टीचरों को भी समान काम समान वेतन का लाभ दिया जाए।
समिति के संयोजक रामस्वरूप शर्मा ने बताया कि सरकार अपने किए हुए वादों को पूरा करने के बजाय जबरदस्ती अपनी सत्ता का दुरुपयोग कर रही है। अध्यापकों का मुंह बंद करना चाहती है। प्रदीप सरीन ने बताया कि पक्का करने का वादा करने वाली सरकार तानाशाही बन गई है। कंप्यूटर और गेस्ट टीचरों पर लाठीचार्ज व झूठे मुकदमे दर्ज किए गए। ये सरासर गलत है। शिक्षक इसका मुंह तोड़ जवाब देंगे। लोकतांत्रिक मूल्यों को ताक पर रखकर समायोजन की मांग को दरकिनार कर महिला शिक्षकों को सड़क पर बेरहमी से घसीट रही है। 30 शिक्षकों के पैरों में व सिर पर चोटें आई हैं। बर्बरता पूर्ण कार्रवाई से शिक्षकों और जनता में भारी रोष है। जन शिक्षा अधिकार मंच के राज्य संयोजक जरनैल सिंह ने बताया कि जनता की आवाज दबाना प्रजातंत्र का गला घोटना है। तमाम झूठे मुकदमे वापस ले नहीं तो हरियाणा का अध्यापक आंदोलन को और आगे बढ़ाएगा। संजय कंबोज राजेंद्र शर्मा सुशील, शमशेर सिंह गोविद सिंह भाटिया, सुनीता त्यागी, जसवीर कौर, अलका शर्मा आदि ने संबोधित किया।