स्कूल में टीचर ने कहा था-योग क्यों नहीं करती, अब दूसरी बार इंटर यूनिवर्सिटी चैंपियनशिप खेलेगी
जगाधरी की इंद्रा कॉलोनी की किरण योग में धुरंधरों को पीछे छोड़ रही है। आठ से अधिक बार राज्यस्तर पर खेल चुकी अब दूसरी बार इंटर यूनिवर्सिटी चैंपनियनशिप की तैयारी कर रही है जो जनवरी में हैदराबाद में होगी। किरण का लक्ष्य इस चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतना है।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : जगाधरी की इंद्रा कॉलोनी की किरण योग में धुरंधरों को पीछे छोड़ रही है। आठ से अधिक बार राज्यस्तर पर खेल चुकी अब दूसरी बार इंटर यूनिवर्सिटी चैंपनियनशिप की तैयारी कर रही है, जो जनवरी में हैदराबाद में होगी। किरण का लक्ष्य इस चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतना है। गत वर्ष उड़ीसा में हुई इंटर यूनिवर्सिटी योग चैंपियनशिप में उन्होंने दूसरे नंबर पर रहते हुए सिल्वर मेडल जीता था।
किरण को इस मुकाम तक पहुंचाया उनकी स्कूल टीचर नीरू ने। उन्होंने बताया कि वह सरस्वती सीसे स्कूल जगाधरी में पढ़ती थी। वह अपनी कक्षा में हर साल सबसे ज्यादा अंक लेकर टॉप करती थी। इसी दौरान उनकी टीचर नीरू ने बातों ही बातों में ये कह दिया था कि तुम पढ़ाई के अलावा खेलों को भी अपने जीवन का हिस्सा बनाओ। आने वाले समय में योग जीवन का अहम हिस्सा होगा, इसलिए तुम योग किया करो। जबकि उस वक्त उसे योग के बारे में कुछ भी नहीं पता था। तब दूसरे बच्चों को योग करते हुए देखा तो इसे सीखने का मन बनाया। स्कूल स्तर पर छठी से 12वीं कक्षा तक हुई प्रतियोगिताओं में उसने लगातार सात साल तक प्रथम स्थान प्राप्त किया।
योग कोच बनना जीवन का लक्ष्य
डीएवी गर्ल्स कॉलेज से योग में एमए कर रही किरण का लक्ष्य योग कोच बनना है। उनका कहना है कि योग में शरीर को एक जगह स्थिर रखना बहुत मुश्किल काम है। वह कुरुक्षेत्र, जींद, कैथल, पानीपत, करनाल, सोनीपत समेत अन्य जिलों में राज्यस्तर पर हुई प्रतियोगिताओं में हिस्सा ले चुकी है। दो बार वह तीसरे स्थान पर रही। स्कूल से लेकर अब तक उसे टीचर नीरू, कोच शशि राणा, योग टीचर मंगल सिंह, सुभाष व कॉलेज में डॉ. शारदा शर्मा कोचिग दे रही हैं।
पिता ज्योतिषी और बहन सीख रही म्यूजिक
किरण ने बताया कि कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी ने योग को पिछले साल सिलेबस से हटा लिया था, लेकिन इसी साल इसे दोबारा शामिल कर लिया गया। क्योंकि भविष्य में योग में करियर की अपार संभावनाएं हैं। इससे योग कर रहे छात्र-छात्राओं में खुशी का माहौल है। किरण के पिता प्रेमलाल शास्त्री ज्योतिषी हैं, जबकि मां नीलम गृहिणी हैं। छोटा भाई 12वीं का छात्र है तो छोटी बहन बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा है। वह म्यूजिक सीख रही है।