नाटक से मानव तस्करी व भिक्षावृत्ति पर कटाक्ष
मानव तस्करी गैर कानूनी व सामाजिक बुराई है। इसे एक-दूसरे के सहयोग से रोका जा सकता है। यह संदेश देने के लिए तिलक राज चड्डा इंस्टीट्यूट के एमबीए द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों ने नेहरू पार्क में नाटक दिखाया।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर: मानव तस्करी गैर कानूनी व सामाजिक बुराई है। इसे एक-दूसरे के सहयोग से रोका जा सकता है। यह संदेश देने के लिए तिलक राज चड्डा इंस्टीट्यूट के एमबीए द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों ने नेहरू पार्क में नाटक दिखाया। पार्क में आने वाले सैकड़ों लोगों नाटक देखा।
अभिनय कर रहे मानिक ने बताया कि सामाजिक बुराइयों को मिटाने के लिए, उनका ग्रुप समय-समय पर ऐसी गतिविधियां करता रहता है। कॉलेज प्राध्यापकों के प्रोत्साहन व मार्गदर्शन से उन्होंने नाटक तैयार किया। नाटक में दिखाया गया कि एक पिता, बेटी को बेच देता है। इससे बेटी व पिता दोनों का जीवन मुश्किलों से घिर जाता है। बेटी से भीख मंगवाई जाती है। शारीरिक व मानसिक यातनाएं दी जाती है। ग्रुप सदस्यों ने संदेश दिया कि भीख मांगना व मंगवाना दोनों गैर कानूनी है। सरकार ने कई संस्थाएं बना रखी हैं। जो भीख मांगने वाले बच्चों को रेस्क्यू करके पढ़ने-लिखने के लिए प्रोत्साहित करती हैं तथा भीख मंगवाने वाले माता-पिता व अन्य लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करती है। समाज के लोगों को एकजुट होकर इस बुराई को मिटाना चाहिए। इस मौके पर गौरी, सिमरन, सुभांशी, करूणा, सौम्या, प्रिया, कनिका, सुरभि, मीरा उपस्थित थी।