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शुगर मिल की ट्रॉलियों ने लगाई सफर पर ब्रेक, हर रोज हो रहे हादसे

सरस्वती शुगर मिल की ट्रॉलियों ने सड़कों पर वाहनों की रफ्तार पर ब्रेकर लगाकर रख दी है। शाम के साढ़े सात बजते ही सड़क पर गन्ने की ट्रॉलियां निकल पड़ती हैं। सभी ट्रालियां ओवरलोड हैं। सारी ट्रॉलियां चलती भी एक साथ ही हैं। जिस कारण पीछे से आने वाले वाहनों को आगे जाने का रास्ता नहीं मिलता।

By JagranEdited By: Published: Sun, 13 Jan 2019 10:22 PM (IST)Updated: Sun, 13 Jan 2019 10:22 PM (IST)
शुगर मिल की ट्रॉलियों ने लगाई सफर पर ब्रेक, हर रोज हो रहे हादसे
शुगर मिल की ट्रॉलियों ने लगाई सफर पर ब्रेक, हर रोज हो रहे हादसे

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : सरस्वती शुगर मिल की ट्रॉलियों ने सड़कों पर वाहनों की रफ्तार पर ब्रेकर लगाकर रख दी है। शाम के साढ़े सात बजते ही सड़क पर गन्ने की ट्रॉलियां निकल पड़ती हैं। सभी ट्रालियां ओवरलोड हैं। सारी ट्रॉलियां चलती भी एक साथ ही हैं। जिस कारण पीछे से आने वाले वाहनों को आगे जाने का रास्ता नहीं मिलता। यही वजह है कि सड़कों पर रातभर जाम लगा रहता है। इन ट्रॉलियों से हर रोज कहीं न कहीं हादसे हो रहे हैं। शनिवार रात तो एक गर्भवती महिला जगाधरी बस स्टैंड के सामने संयोग से बच गई। जिस बाइक पर वह जा रही थी वो तो गन्ने के नीचे दब गई। महिला व उसके पति एक तरफ कूद कर अपनी जान बचाई। महिला को थोड़ी बहुत चोट ही आई।

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ट्रॉलियों में क्षमता से अधिक गन्ना

खेतों में छिलाई के बाद किसान अपना गन्ना विभिन्न जगहों पर बने सरस्वती शुगर मिल के बनाए सेंटरों पर डालते हैं। सेंटरों से गन्ना लाने के लिए मिल प्रबंधकों ने ट्रैक्टर-ट्रालियां लगा रखी हैं। परंतु इन ट्रालियों में क्षमता से अधिक गन्ना भरा होता है। एक तो ट्रालियों में गन्ना ओवरलोड है, दूसरा गन्ने की फैलावट भी इतनी ज्यादा है कि जब तक ये सड़क पर होती है किसी वाहन को आगे निकलने का रास्ता नहीं मिलता। गन्ने की ट्रालियां लाइन बनाकर चलती हैं। जिससे पूरी सड़क पर जाम लग जाता है। छप्पर, साढौरा, बिलासपुर, छछरौली की तरफ से आने वाली ट्रालियां तो जिला सचिवालय व डीसी कैंप के सामने से होकर गुजरती हैं, फिर भी प्रशासन इन पर कार्रवाई नहीं करता। आरटीए की टीम रातभर घूम कर ओवरलोड ट्रकों के तो चालान काट रही है परंतु शुगर मिल की ट्रालियों पर मेहरबानी की जा रही है।

हर रोज पलट रही ट्रॉलियां

गन्ने की ट्रालियां हर रोज सड़कों पर पलट कर यातायात को बाधित कर रही हैं। सेंटर से जब ट्राली मिल में जाती है तो ट्रैक्टर चालकों में एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ मची रहती है। जबकि सड़क पर इतनी जगह नहीं होती की गन्ने से भरी दो ट्रालियां एक साथ आगे निकल जाएं। जब चालक ऐसा करते हैं तो पीछे ट्रालियों में भरे गन्ने एक दूसरे में फंस जाते हैं और ट्रैक्टर आगे से घूम जाते हैं। तभी अनियंत्रित होकर ट्रालियां सड़क पर पलट जाती हैं। शनिवार रात जगाधरी बस स्टैंड पर भी ऐसा ही हुआ। एक दूसरे से आगे निकलने के चक्कर में एक ट्राली से गन्ना सड़क पर गिर गया और बाइक सवार दंपति बाल-बाल बच गए। इसके बावजूद एक ट्रैक्टर चालक वहां से फरार हो गया। इसके बाद आधी रात को रक्षक विहार नाके पर सड़क किनारे गन्ने की ट्राली पलट गई जिससे सड़क पर कुछ देर के लिए जाम भी लगा। कुछ ऐसा ही नजारा खेड़ी लक्खा ¨सह से होते हुए हरनौल से आने वाली सड़क पर देखने को मिल रहा है। सारी रात लगने वाले जाम से लोग परेशान हैं।


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