यमुनानगर में विद्यार्थियों ने तैयार किया पराली से फाल्स सीलिंग टाइल बनाने का माडल, किसानों को मिलेगा फायदा
यमुनानगर में विज्ञान विद्यार्थियों ने पर्यावरण प्रदूषण समस्या के समाधान की दिशा मे एक आशाजनक कार्य किया है। विद्यार्थियों ने धान और गेहूं के फसल अवशिष्ट पराली से फाल्स सीलिंग टाइल्स (ईंटें) का माडल बना कर किसानों के लिए आशा की एक उज्ज्वल किरण जगाया है
यमुनानगर, जागरण संवाददाता। यमुनानगर के इंडियन पब्लिक स्कूल जगाधरी के विज्ञान विद्यार्थियों ने पर्यावरण प्रदूषण समस्या के समाधान की दिशा मे एक आशाजनक कार्य किया है। विद्यालय के बारहवीं कक्षा के विज्ञान (नान मेडिकल) के विद्यार्थियों ने धान और गेहूं के फसल अवशिष्ट पराली से फाल्स सीलिंग टाइल्स (ईंटें) का माडल बना कर किसानों के लिए आशा की एक उज्ज्वल किरण जगाया है। इंडिया इंटरनेशनल एनोवेटर तथा इन्वेंटर एक्सपो इनेक्स इंडिया गोवा में आयोजित प्रदर्शनी में विद्यार्थियों द्वारा पेश किए माडल को रजत पदक देकर सम्मानित किया गया। विद्यालय प्रबंध समिति के प्रबंधक डा. ओपी तनेजा और डायरेक्टर प्रोफेसर चंद्रकांता तनेजा ने बताया कि इस अंतरराष्ट्रीय एनोवेशन प्रदर्शनी मे पोलैंड,जर्मनी,रूस ,युरोप के देश तथा इरान सहित 45 से भी ज्यादा देशों के प्रतिष्ठित शोध,अनुसंधान व अविष्कार संस्थानों के माडल पेश किए गए थे।
खोज को पेटेंट करवा कर करेंगे जनहित में लोकार्पण
डा. तनेजा के मुताबिक अकसर किसान पराली को समस्या मानते हुए तथा अगली फसल जल्द शुरु करने के प्रयास मे खेतों मे ही जला देते हैं । इसके कारण जहां पर्यावरण संरक्षण का भयंकर संकट उत्पन्न हो जाता है वही दूसरी तरफ खेतों मे मौजूद किसान व फसल मित्र कीट भी जल जाते हैं ।जिसके कारण अगली फसल की गुणवत्ता मे नकारात्मक प्रभाव पड़ता है ।इस दृष्टि से इंडियन पब्लिक स्कूल जगाधरी के विज्ञान विद्यार्थियों का अविष्कार मील का पत्थर साबित होगा। डा. तनेजा ने बताया कि उनका विद्यालय बहुत जल्द अपने विद्यार्थियों की इस खोज को पेटेंट करवा कर जनहित में लोकार्पण किया जाएगा । मौके पर विज्ञान के क्षेत्र मे नव प्रयोग व शोध को प्रेरित करने वाले विद्यालय के अटल टिंकरिंग लैब (एटीएल)व विद्यालय की समन्वयक देवकी सिंह,विक्रम वर्मा,राहुल दहिया ,रंजना व अन्य विज्ञान शिक्षक भी उपस्थित थे ।
साइंस सिटी में आयोजित प्रदर्शनी में मिला प्रथम स्थान
प्राचार्या मीनाक्षी भारद्वाज ने बताया कि पराली से फाल्स सीलिंग टाइल्स बनाने के शोध कार्य को जब क्षेत्रीय स्तर पर डा. आइके गुजराल साईंस सिटी जालंधर-कपूरथला में आयोजित और राष्ट्रीय विज्ञान एव तकनीकी परिषद संचार द्वारा आयोजित प्रदर्शनी मे प्रथम स्थान मिला। उसके बाद इस शोध माडल को राष्ट्रीय स्तर पर प्रतियोगिता व प्रदर्शिनी के लिए बडोदरा गुजरात भेजा गया। जहां शानदार प्रसंसा व उपलब्धि मिलने के बाद इसे इंडिया इंटरनेशनल एनोवेटर तथा इन्वेंटर एक्सपो इनेक्स इंडिया गोवा में 16-18 नवंबर तक आयोजित प्रदर्शनी में प्रस्तुत किया।
इस अंतरराष्ट्रीय एनोवेशन प्रदर्शनी मे पोलैंड,जर्मनी,रूस ,युरोप के देश तथा इरान सहित 45 से भी ज्यादा देशों के प्रतिष्ठित शोध,अनुसंधान व अविष्कार संस्थानों के माडल पेश किए गए थे। इस कडी प्रतियोगिता में इंडियन पब्लिक स्कूल जगाधरी के विज्ञान विद्यार्थियों के द्वारा अति उपयोगी व पर्यावरण संरक्षण अभियान को गति देने की असीम संभावनाएं लिए माडल को रजत पदक देकर सम्मानित किया गया है । उन्होंने बताया कि विद्यालय के लिए यह बेहद महत्वपूर्ण व गौरवशाली उपलब्धि है ।