छात्र को कक्षा में न बैठने देने का आरोप, चाइल्ड लाइन पर शिकायत
राजकीय माध्यमिक विद्यालय गढ़ी मुंडो में पढ़ने वाले तीसरी कक्षा के छात्र को अध्यापकों ने कक्षा में बिठाने से मना कर दिया।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : राजकीय माध्यमिक विद्यालय गढ़ी मुंडो में पढ़ने वाले तीसरी कक्षा के छात्र को अध्यापकों ने कक्षा में बिठाने से मना कर दिया। यह आरोप छात्र के परिजनों ने चाइल्ड लाइन को दी शिकायत में लगाया। जिसके बाद चाइल्ड लाइन की टीम ने मामले की जांच शुरू की। वहीं शिक्षकों ने छात्र को कक्षा में न बिठाए जाने के आरोपों को सिरे से नकार दिया। चाइल्ड लाइन के को-ऑर्डिनेटर भानू प्रताप ने बताया कि बुधवार देर शाम दुर्गा गार्डन निवासी व्यक्ति ने चाइल्ड लाइन को शिकायत देते हुए आरोप लगाया था कि राजकीय माध्यमिक विद्यालय गढ़ी मुंडो में उसका बच्चा तीसरी कक्षा में पढ़ता है। बच्चे की रीढ़ की हड्डी झुकी होने के कारण नवंबर माह में उसका आप्रेशन हुआ था। जिस कारण वह स्कूल नहीं आ सका। उन्होंने बच्चे के आप्रेशन से संबंधित दस्तावेज भी दिखाए। फिर भी टीचरों ने बच्चे को कक्षा में बैठने नहीं दिया।
बृहस्पतिवार को मामले की जांच करने चाइल्ड लाइन की निदेशिका डॉ. अंजू बाजपेयी स्कूल में पहुंची। जहां स्कूल हेडमास्टर आदर्शवीर के सामने सभी मेडिकल प्रूफ पेश किए गए। यह मामला बीइओ के संज्ञान में लाया गया। बीईओ जगाधरी रविद्र राणा ने हेडमास्टर को मेडिकल सही होने पर छात्र का रि-एडमिशन के आदेश दिए। हेडमास्टर बोले आराम करने को कहा था :
हेडमास्टर आदर्शवीर ने बताया कि छात्र ने अक्टूबर में ही स्कूल में दाखिला लिया था। 21 नवंबर से जनवरी माह तक वह स्कूल में बिना बताए गैरहाजिर रहा। छात्र के परिजनों ने उन्हें उसके आप्रेशन की बात नहीं बताई। गैरहाजिर रहने के कारण स्कूल से उसका नाम काट दिया था। अब वह स्कूल में आया तो उन्हें आप्रेशन का पता चला। छात्र को दिक्कत न हो इसलिए स्टाफ ने उसे आराम की सलाह दी थी। कक्षा में न बिठाने के आरोप गलत हैं।