कपालमोचन में सात लाख श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी
एेतिहासिक कपालमोचन मेला आज संपन्न हो गया। यहां लगभग सात लाख श्रद्धालुओं ने पवित्र सरोवर में डुबकी लगाई।
जेएनएन, यमुनानगर। तीर्थराज कपालमोचन में आयोजित पांच दिवसीय मेले का शनिवार को समापन हो गया। इस बार मेले में लगभग सात लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने शिरकत की। देश के अन्य भागों विशेषकर पंजाब से भारी संख्या में आए श्रद्धालुओं ने पवित्र स्नान के बाद अपने घरों को लौटना शुरू कर दिया।
कपाल मोचन सरोवर, ऋण मोचन सरोवर व सूरज कुंड में विभिन्न प्रांतों से आए अलग-अलग धर्मों के श्रद्धालुओं ने 3 नवंबर रात 12 बजे के बाद शुरू हुई कार्तिक मास की पूर्णिमा के अवसर पर मुख्य स्नान किया। इस दौरान श्रद्धालुओं ने प्रत्येक सरोवर पर स्नान कर व दीप जलाकर मन्नतें मांगी।
प्रशासन ने किए थे व्यापक प्रबंध
प्रशासन ने कपाल मोचन मेले के लिए व्यापक प्रबंध किए गए थे। इस दौरान प्रशासन के अधिकारी व कर्मचारी दिन रात मेला में अपनी अपनी ड्यूटी पर तैनात रहे। यही एक वजह रही कि मेला शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ।
धुल जाते हैं जन्मों-जन्मों के पाप
ऐसी मान्यता है कि कपाल मोचन सरोवर में स्नान करने से मनुष्य के जन्मों-जन्मों के पाप धुल जाते हैं। ऋण मोचन सरोवर में स्नान करने से मनुष्य सभी प्रकार के ऋणों से मुक्त हो जाता है और सूरज कुंड सरोवर में स्नान करने से मनुष्य को मोक्ष की प्राप्ति होती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार कपाल मोचन तीर्थ के तीनों सरोवर मानव जाति को अन्न, धन व वैभव देने वाले माने जाते हैं।
दोपहर बाद मिला जाम से छुटकारा
मेला संपन्न होने के साथ ही श्रद्धालुओं ने जैसे ही घरों का लौटना शुरू किया तो हर जगह जाम की स्थिति पैदा हो गई। हालात ये रहे दोपहर दो बजे श्रद्धालुओं की गाडिय़ां जाम में फंसी रही। हालांकि जाम की स्थिति पैदा न हो, इसके लिए पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे। मगर उन्हें भी जाम खुलवाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।
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