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हैफेड व वेयरहाउ¨सग की तरफ आढ़तियों का साढ़े 10 करोड़ रुपये बकाया

हैफेड व वेयर हाउ¨सग कारपोरेशन की तरफ शहर की अनाज मंडी के आढ़तियों का आढ़त व धान के सीजन का लगभग साढ़े दस करोड़ रुपये बकाया है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 11 Dec 2018 06:02 PM (IST)Updated: Tue, 11 Dec 2018 11:06 PM (IST)
हैफेड व वेयरहाउ¨सग की तरफ आढ़तियों का साढ़े 10 करोड़ रुपये बकाया
हैफेड व वेयरहाउ¨सग की तरफ आढ़तियों का साढ़े 10 करोड़ रुपये बकाया

संवाद सहयोगी, रादौर: हैफेड व वेयर हाउ¨सग कारपोरेशन की तरफ शहर की अनाज मंडी के आढ़तियों का आढ़त व धान के सीजन का लगभग साढ़े दस करोड़ रुपये बकाया है। अपनी पेमेंट के भुगतान के लिए मंडी के आढ़ती हैफेड व वेयर हाउ¨सग विभाग के चक्कर काट रहे है, लेकिन दोनों विभागों की ओर से आढ़तियों के करोड़ों रुपए के भुगतान को लेकर केवल कोरे आश्वासन देकर उन्हें टरकाने का काम किया जा रहा है। आढ़तियों ने हैफेड व वेयर हाउ¨सग के अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि जल्द उनका भुगतान नहीं हुआ तो वे अनिश्चितकालीन आंदोलन करने के लिए मजबूर हो जाएंगे।

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शहर की अनाज मंडी के प्रधान प्रवीण कांबोज जयपुर, पूर्व प्रधान राजेश कांबोज, पूर्व प्रधान करनैल सागड़ी, पूर्व प्रधान दिलावर ¨सह सूरा, दीपक मेहता ने बताया कि हैफेड व वेयर हाउ¨सग ने धान के सीजन के अंतिम दिन 11 नवंबर को मंडी में लगभग आठ हजार क्विंटल धान की खरीद की थी, जिसमें से 1100 ¨क्वटल हैफेड व 6900 ¨क्वटल धान की खरीद वेयर हाउ¨सग ने की थी। धान का लगभग डेढ़ करोड़ रुपये दोनों विभागों की ओर बकाया है। वहीं मंडी के आढ़तियों का दोनों विभागों की ओर आढ़त व मजदूरी के तौर पर लगभग साढ़े आठ करोड़ रुपया बकाया है। सीजन खत्म होने के महीने बाद भी उनका पूरा भुगतान नहीं हो पाया है। अधिकारी उनके भुगतान को लेकर गंभीर नहीं है। मामले को लेकर जल्द आंदोलन की रणनीति तय की जाएगी।

इस बारे हैफेड विभाग के मैनेजर पवन कांबोज ने बताया कि धान के सीजन के अंतिम दिन खरीद की गई धान की राशि किसानों के खाते में डाली जाएगी। आढ़तियों ने अभी तक किसानों के खाते नंबर उन्हें नहीं दिए है। जिस कारण यह राशि खाते में नहीं डाली जा सकी है। वहीं आढ़तियों की आढ़त की राशि जल्द उनके खाते में डाल दी जाएगी।


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