Move to Jagran APP

पेट्रोलियम पदार्थों की बढ़ी कीमतों ने जेब में लगाई आग

पेट्रोलियम पदार्थ के बढ़े दामों का असर लोगों की जेब पर पड़ रहा है। वाहन चालक जहां मासिक बजट बिगड़ने की बात कह रहे हैं, वहीं ट्रांसपोर्टर मुंबई, कोलकाता माल ले जाने में 20 हजार रुपये अतिरिक्त भार पड़ने का दुखड़ा रो रहे हैं। सरकार से मांग की है कि डीजल के दाम नियंत्रण में किए जाए, जिससे ट्रांसपोर्टेशन को राहत मिल सके। वही सब्जियों के दामों में उछाल आ गया है। दोपहिया वाहन मालिक भी बढ़ी कीमतों से परेशान हैं। कांग्रेस ने बढ़ी कीमतों के विरोध में कई जगह पुतला जलाया। बाजार भी बंद कराने का प्रयास किया गया। ग्रामीण एरिया को छोड़कर शहरी एरिया में बाजार खुलने शुरू हो गए थे।

By JagranEdited By: Published: Tue, 11 Sep 2018 12:37 AM (IST)Updated: Tue, 11 Sep 2018 12:37 AM (IST)
पेट्रोलियम पदार्थों की बढ़ी कीमतों  ने जेब में लगाई आग
पेट्रोलियम पदार्थों की बढ़ी कीमतों ने जेब में लगाई आग

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : पेट्रोलियम पदार्थ के बढ़े दामों का असर लोगों की जेब पर पड़ रहा है। वाहन चालक जहां मासिक बजट बिगड़ने की बात कह रहे हैं, वहीं ट्रांसपोर्टर मुंबई, कोलकाता माल ले जाने में 20 हजार रुपये अतिरिक्त भार पड़ने का दुखड़ा रो रहे हैं। सरकार से मांग की है कि डीजल के दाम नियंत्रण में किए जाए, जिससे ट्रांसपोर्टेशन को राहत मिल सके। वही सब्जियों के दामों में उछाल आ गया है। दोपहिया वाहन मालिक भी बढ़ी कीमतों से परेशान हैं। कांग्रेस ने बढ़ी कीमतों के विरोध में कई जगह पुतला जलाया। बाजार भी बंद कराने का प्रयास किया गया। ग्रामीण एरिया को छोड़कर शहरी एरिया में बाजार खुलने शुरू हो गए थे।

loksabha election banner

बढ़ी कीमतों पर ये बोले लोग

फोटो : 8 जी

कारोबार हो रहा प्रभावित : गुरबाज

ट्रांसपोर्टर गुरबाज सिंह का कहना है कि इस समय डीजल के दाम बहुत ज्यादा हैं। इसका असर कारोबार पर पड़ रहा है। जब डीजल 60 रुपये लीटर था। उस समय मुंबई, कोलकाता में ट्रक 10 से 13 हजार में एक चक्कर लगाता था। यहां तक आने जाने में 1200 लीटर डीजल एक बार का लगता है। जब से दाम 73 रुपये लीटर हुआ है। उक्त स्थानों पर जाने का खर्च सात से आठ हजार रुपये अतिरिक्त हो गया है। प्लाइवुड में जिला विख्यात है। प्लाइ लेकर ट्रक जाते हैं। प्लइवुड व्यापारी भी बढ़ते दामों से परेशान हैं।

फोटो : 8 एच

पहले 500 का तेल 10 दिन से ज्यादा चलता था : रमनदीप

रमनदीप सिंह कहते हैं कि पहले वह बाइक 500 रुपये में 10 दिन तक चलाते थे। अब ऐसा नहीं है। 500 रुपये के तेल में बाइक छह दिन से कम चलती है। पेट्रोल 81 रुपये प्रति लीटर कीमत में मिलता है। सरकार को इस तरफ ध्यान देना चाहिए। वहीं कार चालक विशाल बख्शी कहते हैं कि वह निजी कंपनी में जॉब करते हैं। हर माह 2 से ढाई हजार रुपये के तेल में आवागमन हो जाता था। तेल महंगे होने के कारण बजट बढ़कर चार हजार रुपये में पहुंच गया है।

फोटो : 8 एफ

सौदेबाजी में होती है तकरार : संधू

ट्रांसपोर्टर सुख¨वद्र संधू कहते हैं कि डीजल की बढ़ी कीमतों से कारोबार बुरी तरह प्रभावित हुआ है। जिले में पांच हजार ट्रक हैं। ट्रांसपोर्ट के महंगा होने का असर सीधा असर जनता की जेब पर पड़ता है। जब तक डीजल कम नहीं होगा तब तक कारोबार को राहत नहीं मिलने वाली है। उद्योगों को संजीवनी तभी मिलेगी जब रेट कम होंगे। पेट्रोल पंप तक पहुंचने पर बढ़ जाते हैं चार से पांच रुपये।

फोटो : 8 आई

सब्जियों के बढ़ गए दाम : अमृतपाल

सब्जी मंडी के प्रधान अमृतपाल का कहना है कि तेल की कीमत बढ़ने से सब्जी की कीमत बढ़ गई है। यदि तेल इसी तरह बढ़ता रहता इसका और भी नुकसान होगा। दूसरे राज्यों से आने वाली सब्जियां महंगी हो गई हैं। प्याज के रेट थोक में बढ़े हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.