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पाइपों व इंटरलॉकिग टाइलों की गुणवत्ता पर सवाल, भारतीय मानक ब्यूरो के पास पहुंचा मामला

नगर निगम एरिया में पीवीसी पाइप व इंटरलॉकिग टाइलों के नाम पर प्रयोग की जा रही टाइलों की गुणवत्ता पर प्रश्न उठने लगे हैं। आरोप है कि टाइलों के पक्के बिल और गुणवत्ता प्रमाणपत्र नहीं लिए जा रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Mon, 19 Apr 2021 07:55 AM (IST)Updated: Mon, 19 Apr 2021 07:55 AM (IST)
पाइपों व इंटरलॉकिग टाइलों की गुणवत्ता पर सवाल, भारतीय मानक ब्यूरो के पास पहुंचा मामला
पाइपों व इंटरलॉकिग टाइलों की गुणवत्ता पर सवाल, भारतीय मानक ब्यूरो के पास पहुंचा मामला

जागरण संवाददाता, यमुनानगर :

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नगर निगम एरिया में पीवीसी पाइप व इंटरलॉकिग टाइलों के नाम पर बड़ा घालमेल हो रहा है। आरोप है कि घटिया किस्म के पाइपों व टाइलों का प्रयोग हो रहा है। आइएसआइ मानकों को दुरुपयोग किया जा रहा है। विकास कार्यों की पेमेंट करने से पूर्व ठेकेदार से आइएसआइ मार्का पाइपों व टाइलों के असली बिल नहीं लिए जा रहे हैं। इनके लिए बगैर ही मिलीभगत कर पेमेंट कर दी जा रही है। नगर निगम की इंजीनियरिग ब्रांच पर गंभीर आरोप लगे हैं। आरोप है कि ठेकेदारों से मिलीभगत कर यह खेल खेला जा रहा है। इसलिए अधिकारी भी कार्रवाई करने से गुरेज कर रहे हैं। आइएसआइ मार्का पर सवाल

भारतीय मानक ब्यूरो, शहरी स्थानीय निकाय विभाग के निदेशक व अन्य उच्चाधिकारियों को भेजी गई शिकायत में आइएसआइ मार्का पर सवाल उठाए हैं। शिकायतकर्ता का कहना है कि नगर निगम यमुनानगर-जगाधरी में चल रहे अलग-अलग विकास कार्यों में प्लास्टिक के पाइप और इंटरलॉकिग टाइलों का इस्तेमाल हो रहा है। आरोप है कि जो पाइप व टाइलें प्रयोग की जा रही हैं, उन पर नकली आइएसआइ मार्का है। यह मानकों के अनुसार नहीं हैं। पड़ताल उपरांत पाया गया कि नगर निगम की इंजीनियरिग ब्रांच के अधिकारी ठेकेदारों के साथ मिलकर यह खेल खेल रहे हैं। पेमेंट में भी अनियमितता

शिकायतकर्ता का कहना है कि ठेकेदारों को नियमों को ताक पर रखकर विकास कार्यों की पेमेंट की जा रही है। यह तय है कि विकास कार्यों की अदायगी के समय टाइलों व पाइपों के आइएसआइ के असली बिल पेश किए जाने जरूरी हैं, लेकिन इस नियम का पालन नहीं हो रहा है। हालांकि टाइलों की गुणवत्ता की जांच के लिए कुछ समय पहले स्ट्रेंथिग मशीन खरीदी गई थी। मशीन के माध्यम से जब इन टाइलों को चेक किया गया तो टाइलें आइएसआइ मानकों के अनुसार नहीं मिली। उसके उपरांत अधिकारियों ने इस मशीन का इस्तेमाल करना ही बंद कर दिया। टाइलों को अधिक तरजीह

नगर निगम एरिया में कंकरीट की बजाय इंटरलॉकिग टाइलों के प्रयोग को अधिक तरजीह दी जा रही है। सभी वार्डो में अधिकांश सड़कें व गलियां इंटरलॉकिग टाइलों से ही बन रही हैं। हर वार्ड में इन दिनों काम चल रहा है। कहीं सड़क को नए सिरे से बनाया जा रहा है तो कहीं चौड़ाई बढ़ाई जा रही है। यहां तक कि मुख्य मार्गो के किनारे भी इंटरलॉकिग टाइलों का ही प्रयोग हो रहा है। ऐसे में टाइलों की क्वालिटी पर ध्यान देना अधिकारियों के लिए और भी जरूरी हो जाता है। पहले भी दी जा चुकी शिकायत

पार्षद विनोद मरवाह का कहना है कि घटिया किस्म की टाइलों व पाइपों के प्रयोग से संबंधित शिकायत पहले भी सीएम विडो पर दी जा चुकी है, लेकिन निगम अधिकारियों ने संज्ञान नहीं लिया। इस मामले की गहनता से जांच होनी चाहिए। इसमें बड़ा घालमेल है। इसकी जांच होनी चाहिए। जो आरोप लगाए जा रहे हैं, वह निराधार हैं। आइएसआइ मार्का टाइलें ही प्रयोग की जा रही है। विकास कार्यों में किसी तरह की अनियमितता नहीं बरती जा रही है।

आनंद स्वरूप, एसई, नगर निगम।


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