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चुनौती से कम नहीं मंडियों में गेहूं की खरीद, पैदावार अधिक, व्यवस्था डावांडोल

गेहूं की कटाई का सीजन शुरू हो गया है। लॉकडाउन के चलते मंडियों में खरीद प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती से कम नहीं है। क्योंकि इस बार व्यवस्था डांवाडोल है। आढ़तियों के पास लेबर तक की व्यवस्था नहीं है और खरीद का लक्ष्य बीते वर्ष से अधिक है। गत वर्ष कुल 376534 एमटी गेहूं की खरीद हुई थी जबकि इस बार चार लाख 50 हजार एमटी का लक्ष्य रखा हुआ है। इस बार 73 हजार 466 एमटी खरीद अधिक होगी। ठंड लंबी चलने के कारण इस बार पैदावार की अधिक होने की संभावना है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 16 Apr 2020 06:38 AM (IST)Updated: Thu, 16 Apr 2020 06:38 AM (IST)
चुनौती से कम नहीं मंडियों में गेहूं की खरीद, पैदावार अधिक, व्यवस्था डावांडोल
चुनौती से कम नहीं मंडियों में गेहूं की खरीद, पैदावार अधिक, व्यवस्था डावांडोल

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : गेहूं की कटाई का सीजन शुरू हो गया है। लॉकडाउन के चलते मंडियों में खरीद प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती से कम नहीं है क्योंकि इस बार व्यवस्था डांवाडोल है। आढ़तियों के पास लेबर तक की व्यवस्था नहीं है और खरीद का लक्ष्य बीते वर्ष से अधिक है। गत वर्ष कुल 376534 एमटी गेहूं की खरीद हुई थी जबकि इस बार चार लाख 50 हजार एमटी का लक्ष्य रखा हुआ है। इस बार 73 हजार 466 एमटी खरीद अधिक होगी। ठंड लंबी चलने के कारण इस बार पैदावार की अधिक होने की संभावना है। 90 हजार हेक्टेयर पर गेहूं

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जिले में कुल 90 हजार हेक्टेयर पर गेहूं की फसल खड़ी है। किसान कटाई में पूरी तरह जुटा हुआ है, लेकिन मंडियों में अभी व्यवस्था दुरुस्त नहीं है। आढ़तियों के सामने बड़ी समस्या लेबर की आ रही है। क्योंकि लदाई व भराई संबंधी कार्यों के लिए लेबर उप्र से आती है। इस बार लॉकडाउन के कारण लेबर नहीं आ पाई है। गांव में बनें खरीद केंद्र

यदि देश के हालात देखे जाएं तो व्यवस्था ठीक हैं, लेकिन किसान की दुर्गति होने की संभावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता। फसल का बेचने व पेमेंट दोनों में दिक्कत आएगी। यदि सरकार चाहे तो हर गांव खरीद केंद्र बना दिया जाए। वहीं से खरीद हो। समय के अनुसार खरीद करे। नियमित रूप से खरीद हो सकती है।

- रामबीर सिंह चौहान, प्रदेश मंत्री, भाकिसं।

फोटो : 43ए

सरपंच को बारदाना मुहैया कराए सरकार

किसानों को अनाज मंडी में गेहूं बेचने में दिक्कत आएगी। 50-50 किसानों को बुलाया जाएगा। ऐसे में दिक्कत बढ़ जाएगी। इससे निपटने के लिए जरूरी है कि सरकार की ओर से सरपंचों को गेहूं की भराई के लिए बारदाना उपलब्ध करवाया जाए। ऐसे में किसान अपनी गेहूं को बोरियों में भरकर रख लेंगे। अपनी बारी आने पर बाजार में बेचा जा सकता है।

- हरपाल सुढल, प्रदेश सचिव, भाकियू। फोटो : 43बी

कृषि कार्यों में दी जाए छूट

सीजन में सबसे बड़ी समस्या लेबर की है। लॉकडाउन के दौरान कृषि कार्यों में छूट दी जानी चाहिए। कंबाइन मशीनों को बेरोक टोक चलने दिया जाए। क्योंकि इन दिनों लेबर की समस्या विकट बनी हुई है। खेतों में फसल पककर तैयार है, लेकिन कटाई के लिए लेबर नहीं मिल रही है। किसान फसल को लेकर चितित हैं।

- विकास राणा, प्रदेश प्रेस प्रवक्ता, भाकिसं


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