बस चलाने को लेकर आपस में भिड़े प्राइवेट और रोडवेज बस चालक
-यमुनानगर बस स्टैंड पर पहले बस चलाने को लेकर रोडवेज व प्राइवेट बस के चालक व परिचालक आपस में भिड़ गए। रोडवेज चालक जबरदस्ती बस लेकर चला तो गया लेकिन पीछा कर चालक ने जगाधरी बस स्टैंड के गेट पर प्राइवेट बस खड़ी कर दी। करीब आधा घंटा तक दोनों बसों के चालकों में बहस होती रही। इस दौरान बस स्टैंड में न तो कोई बस आ सकी और न ही बाहर जा सकी। बाद में बीच बचाव कर मामला शांत हुआ जिससे यात्रियों ने राहत की सांस ली। ालक - चालक ने गेट पर प्राइवेट बस खड
- काउंटर पर लगाए बिना ही बस ले जा रहा था रोडवेज चालक
- चालक ने गेट पर प्राइवेट बस खड़ी कर रास्ता रोका
जागरण संवाददाता, यमुनानगर :
यमुनानगर बस स्टैंड पर पहले बस चलाने को लेकर रोडवेज व प्राइवेट बस के चालक व परिचालक आपस में भिड़ गए। रोडवेज चालक जबरदस्ती बस लेकर चला तो गया लेकिन पीछा कर चालक ने जगाधरी बस स्टैंड के गेट पर प्राइवेट बस खड़ी कर दी। करीब आधा घंटा तक दोनों बसों के चालकों में बहस होती रही। इस दौरान बस स्टैंड में न तो कोई बस आ सकी और न ही बाहर जा सकी। बाद में बीच बचाव कर मामला शांत हुआ जिससे यात्रियों ने राहत की सांस ली।
हुआ यूं कि सोमवार दोपहर तीन बजे यमुनानगर बस स्टैंड पर काउंटर नंबर 10 पर बिलासपुर-साढौरा जाने के लिए एक साथ दो प्राइवेट व एक रोडवेज की बस खड़ी थी। जो प्राइवेट बस काउंटर पर ली थी उसमें दो-चार यात्री ही बैठे हुए थे। तभी वर्कशाप से साढौरा तक जाने के लिए रोडवेज की बस आई। लेकिन चालक ने बस को काउंटर पर नहीं लगाया। उसने बस को स्टार्ट रखा और बीच में खड़ी करके ही उसमें यात्रियों को बस में बिठाना शुरू कर दिया। प्राइवेट बस में जो यात्री बैठे थे वे भी उतर कर रोडवेज बस में बैठ गए। इस पर प्राइवेट बस के चालक ने एतराज जताया। उन्होंने कहा कि उनकी बस काउंटर पर लगी है इसलिए वे पहले बस लेकर जाएंगे। वो अपनी बस को काउंटर पर लगाए। लेकिन रोडवेज चालक ने ऐसा करने से मना कर दिया। बस में जितनी सवारियां बैठी थी उन्हें लेकर रोडवेज चालक चला गया। बस फिर क्या था। रोडवेज बस के पीछे चालक ने अपनी बस लगा दी। तब तक रोडवेज बस जगाधरी बस स्टैंड पर पहुंच चुकी थी। तभी पीछा कर रहे चालक ने अपनी प्राइवेट बस गेट के बीच में खड़ी कर रास्ता बंद कर दिया। उन्होंने रोडवेज चालक-परिचालक को बस से नीचे उतार लिया और उनसे उलछ पड़े। दोनों पक्षों में काफी देर तक बहस होती रही। इससे बसों के अंदर व बस स्टैंड में खड़े यात्री बेहाल हो गए। उनकी बहस को देखकर वहां लोगों की भीड़ लग गई। भीड़ ने चालकों को समझाने का प्रयास किया लेकिन वे नहीं माने। बस स्टैंड इंचार्ज भी उनसे बात करने पहुंचे। बाद में लोगों ने रोडवेज चालक से कहा कि वह ही मान जाए। मजबूर होकर रोडवेज चालक को अपनी बस पीछे हटाने पड़ी। इसके बाद प्राइवेट चालक पहले बस लेकर चला गया। इससे यात्रियों ने राहत की सांस ली। क्योंकि गर्मी के कारण वे बेहाल हो गए थे।