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फर्जी बिलों के जरिए लकड़ी का धंधा करने वालों पर शिकंजा कसने की तैयारी, खाते होंगे सील

फर्जी बिलों के जरिए लकड़ी का धंधा करने वालों पर सीजीएसटी ने शिकंजा कसने की तैयारी कर ली है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 16 Jan 2020 06:00 AM (IST)Updated: Thu, 16 Jan 2020 06:11 AM (IST)
फर्जी बिलों के जरिए लकड़ी का धंधा करने वालों पर शिकंजा कसने की तैयारी, खाते होंगे सील
फर्जी बिलों के जरिए लकड़ी का धंधा करने वालों पर शिकंजा कसने की तैयारी, खाते होंगे सील

जागरण संवाददाता, यमुनानगर :

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फर्जी बिलों के जरिए लकड़ी का धंधा करने वालों पर सीजीएसटी ने शिकंजा कसने की तैयारी कर ली है। जिन फर्मों ने बोगस बिल बनाकर जीएसटी की चोरी की है। उनकी पहचान कर ली गई है। इनको नोटिस दिए गए, लेकिन किसी ने जवाब नहीं दिया। अब इनके खाते से पैसे काटे जाएंगे। नियमानुसार नोटिस का जवाब न देने वाले पर एक बार में 25 हजार की पैनल्टी लग सकती है। इस तरह से जब तक नोटिस का जवाब नहीं दिया जाएगा, तब तक कई बार विभाग पैनल्टी लगा सकता है। सेक्शन 122(3)(डी) के तहत यह राशि संबंधित फर्म के खाते से काटी जा सकती है।

जिले में एशिया की सबसे बड़ी लक्कड़ मंडी है। यहां पर कई राज्यों से सफेदा व पापुलर आता है। इसमें ही कुछ आढ़ती व व्यापारी फर्जी बिल बनाकर टैक्स चोरी कर रहे हैं। करीब 300 ऐसी फर्मे सीजीएसटी की पकड़ में आई हैं। इन्होंने करीब चार करोड़ रुपये टैक्स की चोरी की है।

कई फर्मों से बिल, वाहन नंबर भी एक :

जांच में सामने आया कि एक फर्म ने दिल्ली, फरीदाबाद, हिसार व कैथल से माल खरीदने के बिल बनाए गए। इन बिलों में वाहन संख्या एक ही भरी गई है। ये वाहन भी रजिस्टर्ड नहीं है। जिन फर्मों से बिल लिए गए हैं। उनका पता भी सही नहीं मिल रहा है। कोई फ्लैट के एड्रेस पर है, तो कोई कॉलोनी में।

नोटिस का नहीं दे रहे जवाब

अधिकारियों के मुताबिक, सेक्शन 70 के तहत टैक्स चोरी करने वालों को नोटिस दिया जाता है। करीब 250 फर्मो को नोटिस दिए, लेकिन किसी ने जवाब नहीं दिए। जिन लोगों ने फर्जी बिलों के जरिए टैक्स चोरी की है। उनसे यह टैक्स हर हाल में वसूला जाएगा।


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