अब फ्रिज-कूलर और जींस, टी-शर्ट भी बेचेगा डाक विभाग
डाक पहुंचाने वाला विभाग अब फ्रिज-कूलर जींस जैसे सैकड़ों छोटे-बड़े उत्पाद भी बेचेगा। विभाग ऑनलाइन शॉपिग की दुनिया में कदम रखते हुए निजी कंपनियों को टक्कर देने जा रहा है।
संजीव कांबोज, यमुनानगर
डाक पहुंचाने वाला विभाग अब फ्रिज-कूलर, जींस जैसे सैकड़ों छोटे-बड़े उत्पाद भी बेचेगा। विभाग ऑनलाइन शॉपिग की दुनिया में कदम रखते हुए निजी कंपनियों को टक्कर देने जा रहा है। इसके लिए उसने अपना ई-कॉमर्स पोर्टल लांच किया है। विभाग से एग्रीमेंट के बाद विभिन्न कंपनियां अपने उत्पाद इस पोर्टल पर डाल सकेंगे। विभाग उत्पादक व ग्राहक के बीच कड़ी का काम करेगा। देश के अलग-अलग हिस्सों से आर्डर मिलने के बाद विभाग की टीम संबंधित कंपनियों से संपर्क करेगी। कंपनी आर्डर किए हुए सामान को ग्राहक तक पहुंचा देगी। इनसेट
ठगी पर लगेगी लगाम, विभाग होगा जवाबदेह
ग्राहक तक सामान पहुंचाने की जिम्मेदारी डाक विभाग की होगी। ग्राहक सामान का भुगतान भी विभाग के कर्मचारियों को ही करेगा। विभाग अपना कमीशन काटकर सामान की कीमत फर्म को जमा करवा देगा। इसका दूसरा बड़ा फायदा यह भी होगा कि डाक विभाग से सामान लेने पर लोगों के साथ ठगी की घटनाएं कम होंगी, क्योंकि जब किसी कंपनी को पेमेंट कर सामान मंगवाया जाता है तो पैकेट में सामान की जगह पत्थर तक निकल जाते हैं। ऐसे में डाक विभाग पर ग्राहक विश्वास कर सकेंगे। इनसेट
स्पीड पोस्ट के जरिए होगी डिलीवरी
ग्राहकों को उनके डोर स्टेप पर ही विभिन्न प्रकार का सामान पहुंचाने के लिए अपना ई-कॉमर्स पोर्टल शुरू किया है। यह ग्रामीण कारीगरों, स्वयं सहायता समूहों, महिला उद्यमियों, राज्य और केंद्र सरकार के उपक्रमों को अपने उत्पादों को सीधे ग्राहकों को बेचने में मददगार होगा। छोटे एवं स्थानीय कारोबारी अब डाक विभाग के नेटवर्क का उपयोग कर अपनी पहुंच और क्षमता का विस्तार कर सकेंगे। ग्राहक पोर्टल पर अपनी पंसद के उत्पादों का चयन कर सकते हैं और डिजिटल भुगतान करके ऑनलॉइन ऑर्डर दे सकेंगे। उत्पादों की स्पीड पोस्ट से डिलीवरी की जाएगी। इनसेट
निशुल्क होगा रजिस्ट्रेशन
कोई भी कंपनी विभाग के पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन निशुल्क करा सकती है। इसके लिए पहले कंपनी को विभाग से एग्रीमेंट करना होगा। उसके बाद कंपनी को कोड अलॉट कर दिया जाएगा। कोड अलॉट होने के बाद ही कंपनी अपना उत्पाद डिस्प्ले कर सकेगी। उसके बाद ग्राहक अपना मन पसंद सामान खोजकर ऑर्डर कर सकेगा। इनसेट
डाक विभाग ने अपना ई-कॉमर्स पोर्टल शुरू किया है। अब तक किसी भी सरकारी विभाग ने ऐसा नहीं किया। इसके तहत विक्रेताओं, विशेष रूप से ग्रामीण कारीगरों, स्वयं सहायता समूहों एवं महिला उद्यमियों को ई-मार्केट प्लेस उपलब्ध करवाया जा सकेगा। रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए कंपनियां संपर्क कर रही हैं।
सुधा, कुलश्रेष्ठ, पोस्टमास्टर, डाक विभाग, यमुनानगर।