भारत में होती जात-पात की राजनीति : राहुल
फ्रैक्फर्ट (जर्मनी) में मजिस्ट्रेट ब्यूरो मेंबर के पद पर तैनात राहुल कुमार व जैसाबेला फेरेज, स्पीकर ऑफ स्टेट इन जर्मनी का प्रतिनिधि मंडल शनिवार की रात को अपने 12 दिवसीय भारत दौरे के बाद लौट रहा है।
संवाद सहयोगी, रादौर : फ्रैक्फर्ट (जर्मनी) में मजिस्ट्रेट ब्यूरो मेंबर के पद पर तैनात राहुल कुमार व जैसाबेला फेरेज, स्पीकर ऑफ स्टेट इन जर्मनी का प्रतिनिधि मंडल शनिवार की रात को अपने 12 दिवसीय भारत दौरे के बाद लौट रहा है। शनिवार को अपने भारत दौरे को लेकर प्रतिनिधि मंडल ने एक पत्रकारवार्ता आयोजित कर दौरे को बेहद कामयाब बताया।
राहुल कुमार ने बताया कि भारत दौरे से उन्हें काफी कुछ सीखने को मिला है। अपनी सरकार की ओर से उन्हें भारत दौरे पर भेजा गया था। इस दौरान वह देश की विदेशमंत्री सुषमा स्वराज व यूरोपियन मामलों के ज्वाइंट सेक्रेटरी के नागराज नायडू से मिले। उन्होंने बताया कि भारत और जर्मनी की राजनीतिक परिस्थितियां बिल्कुल अलग है। भारत में जात पात और धर्म को लेकर राजनीति चलती है। जबकि जर्मनी में ऐसा नहीं है। जर्मनी में जात पात की बजाय लोग मुद्दों को प्राथमिकता देते है। लेकिन भारत में ऐसा नहीं है। राजनीति में जात पात के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए। भारत में लोग आज भी आपस में मिलजुलकर रहते है। संयुक्त परिवार की प्रथा आज भी कायम है। जबकि जर्मनी में संयुक्त परिवार नाम की कोई चीज नहीं है। उन्होने कहा कि वह अपनी समाजसेवी संस्था केएफके के माध्यम से रादौर क्षेत्र में स्कूली बच्चों के लिए कार्य क रेगे। गरीब बच्चों को पढ़ने के लिए उनकी संस्था हर संभव सहायता देने का काम करेगी। साथ आई प्रतिनिधि मंडल में महिला सदस्य जैसाबेला फेरेज ने कहा कि उनका भारत दौरा बेहद शानदार रहा है। उन्हें हरियाणा व पंजाब में दौरे के दौरान लोगों से बहुत प्यार मिला। उनकी इच्छा है कि वह एक बार फिर भारत का दौरा कर यहां के लोगों से आकर मिले।