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फैक्ट्री के सिलेंडरों को जांच के लिए लैब में भिजवाएगी पुलिस

विमल एल्युमिनियम प्राइवेट लिमिटेड में सिलेंडर लीकेज से लगी आग से झुलसे श्रमिकों की हालत में अभी सुधार नहीं हुआ है। फैक्ट्री के जीएम एसएस पुंडीर और एसी मैकेनिक प्रताप सिंह की मौत हो चुकी है। मामले में मालिकों पर लापरवाही का केस दर्ज है लेकिन अभी तक पुलिस उन तक नहीं पहुंची है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 27 Sep 2019 07:20 AM (IST)Updated: Fri, 27 Sep 2019 07:20 AM (IST)
फैक्ट्री के सिलेंडरों को जांच के लिए लैब में भिजवाएगी पुलिस
फैक्ट्री के सिलेंडरों को जांच के लिए लैब में भिजवाएगी पुलिस

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : विमल एल्युमिनियम प्राइवेट लिमिटेड में सिलेंडर लीकेज से लगी आग से झुलसे श्रमिकों की हालत में अभी सुधार नहीं हुआ है। फैक्ट्री के जीएम एसएस पुंडीर और एसी मैकेनिक प्रताप सिंह की मौत हो चुकी है। मामले में मालिकों पर लापरवाही का केस दर्ज है, लेकिन अभी तक पुलिस उन तक नहीं पहुंची है। फिलहाल पुलिस तफ्तीश की बात कह रही है। इसके तहत ही अब फैक्ट्री के सिलेंडरों को जांच के लिए लैब में भिजवाया जाएगा। इससे तकनीकी खामी का पता लग सके। वहीं इस मामले में बीपीसीएल के अधिकारियों के भी पुलिस ने बयान दर्ज किए हैं।

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17 सितंबर को विमल एल्युमिनियम प्राइवेट लिमिटेड में सिलेंडर की लीकेज ठीक करते समय आग लग गई, जिसमें 13 कर्मचारी झुलस गए थे। गंभीर रूप से झुलसे नौ कर्मचारियों को पीजीआइ रेफर किया गया था। इस हादसे के बाद औद्योगिक सुरक्षा एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मौका मुआयना किया। डिटेल रिपोर्ट में सामने आया कि मालिकों की लापरवाही से हादसा हुआ है। सिलेंडर की लीकेज बंद करने का वॉल्व फ्री हो गया था। कई दिनों से यह खराब थी।

पुलिस ने श्रमिक विकास की शिकायत पर मालिक रजनीश खरबंदा और अन्य पर 336, 337, 338 और एक्सपलोसिव एक्ट के तहत केस दर्ज किया था। इस दौरान जीएम व एक एक मैकेनिक की मौत हो गई। पुलिस ने धारा ईजाद करते हुए मालिकों पर गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज किया है।

इन पहलुओं पर अभी जांच कर रही पुलिस

फैक्ट्री में जिस सिलेंडर में आग लगी है। उस समेत अन्य नौ सिलेंडरों को लैब में भिजवाया जाएगा। इससे पता लगेगा कि सिलेंडरों में किस तरह की खामी थी, क्योंकि अभी तक बीपीसीएल के अधिकारियों ने भी पुलिस को रिपोर्ट नहीं दी है। दूसरा अभी पुलिस ने एक श्रमिक विकास के बयान पर केस दर्ज किया है। उसने मालिकों की लापरवाही से हादसा होने की बात कही है। अब पुलिस इसकी भी तकनीकी रूप से जांच कराने की बात कह रही है। इसमें यह देखा जाएगा कि जहां पर सिलेंडर लगे थे। वह जगह ठीक थी या फिर उसमें कोई ओर कमी थी। शहर यमुनानगर थाना प्रभारी कमलजीत सिंह ने बताया कि अभी इस मामले में तफ्तीश की जा रही है।


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