सेवादारों पर पुलिस की सख्ती, श्रमिकों के लिए कौन बनाए भोजन
लौटने वाले श्रमिकों को राधा स्वामी व संत निरंकारी सत्संग भवनों में ठहराया गया है। इनकी सेवा में सत्संगी अनुयायी लगे हुए हैं लेकिन प्रशासन की ओर से इन सेवादारों को ही रोका जा रहा है। सेवा के लिए बाहर निकलने वाले इन सेवादारों को वापिस लौटाया जा रहा है।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर :
उद्योग व फैक्ट्रियां बंद होने के बाद घरों को लौटने वाले श्रमिकों को राधा स्वामी व संत निरंकारी सत्संग भवनों में ठहराया गया है। इनकी सेवा में सत्संगी अनुयायी लगे हुए हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से इन सेवादारों को ही रोका जा रहा है। सेवा के लिए बाहर निकलने वाले इन सेवादारों को वापिस लौटाया जा रहा है। जिससे परेशानी बनी हुई है। राधा स्वामी सत्संग भवन के पदाधिकारियों ने इस बारे में प्रशासन से भी कहा, लेकिन अभी तक इस पर कोई निर्णय नहीं लिया जा सका। हर रोज सेवादारों के फोन पदाधिकारियों के पास आ रहे हैं।
जिले में अलग-अलग सत्संग भवनों में करीब दो हजार श्रमिक रूके हुए हैं। इनके ठहरने से लेकर खाने तक की व्यवस्था सत्संग घर समिति की अेार से की जा रही है। जिसमें सेवादारों के माध्यम से खाना बनाने का कार्य होता है। कुछ सेवादार हर रोज घर से ही रोटियां लेकर आते हैं, तो कुछ सेवादार सत्संग घरों में ड्यूटियां देते हैं। अब लॉकडाउन की वजह से इन सेवादारों को भी पुलिस रोक रही है।
राधा स्वामी सत्संग घर के सचिव राजकुमार शर्मा ने बताया कि सेवादारों के जरिए ही इतने श्रमिकों का खाना तैयार किया जाता है। उनके सेवादार बाहर निकलते हैं, तो पुलिस रोक देती है। जिससे सेवादार यहां तक नहीं आ पाते। हर रोज सेवादारों के फोन आते हैं। पुलिस की सख्ती की वजह से वह नहीं आ पाते। जिससे दिक्कत हो रही है। इस बारे में प्रशासनिक अफसरों से भी कहा गया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।