थानों में पुलिस नहीं करती कार्रवाई, एसपी के दरबार में उम्मीद लेकर पहुंच रहे फरियादी
जिले के थानों में हर रोज 15 से 20 शिकायतें दर्ज हो रही हैं। बावजूद इसके लोगों का थानों पर विश्वास कम हो रहा है। इसकी वजह यह है कि पुलिस केस दर्ज कर लेती है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होती। अब कार्रवाई कराने की उम्मीद में फरियादी एसपी के दरबार में पहुंच रहे हैं। हर रोज एसपी के पास भी आठ से दस शिकायतें इस तरह की पहुंच रही है।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : जिले के थानों में हर रोज 15 से 20 शिकायतें दर्ज हो रही हैं। बावजूद इसके लोगों का थानों पर विश्वास कम हो रहा है। इसकी वजह यह है कि पुलिस केस दर्ज कर लेती है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होती। अब कार्रवाई कराने की उम्मीद में फरियादी एसपी के दरबार में पहुंच रहे हैं। हर रोज एसपी के पास भी आठ से दस शिकायतें इस तरह की पहुंच रही है। फरियादी पुलिस कार्रवाई न होने की शिकायत करते हैं। दैनिक जागरण ने इस तरह के फरियादियों की लाइव कवरेज की। हालांकि वीरवार को कम ही फरियादी पहुंचे। इनमें भी मारपीट व दहेज के मामलों में कार्रवाई न होने की शिकायत लेकर फरियादी पहुंचे।
सुबह 11 बजे : एसपी कार्यालय के सामने एक महिला व युवती बैठी है। उनके हाथ में कुछ कागज हैं। पूछने पर बताया कि 15 मिनट पहले वह यहां आए हैं। अभी एसपी साहब ने नहीं बुलाया है। इस दौरान दो और शिकायतकर्ता आते हैं। वह भी एसपी कार्यालय के सामने बनी कुर्सियों पर बैठ जाते हैं। उनके हाथ में भी कागज है। कुछ देर बैठे रहते हैं।
सुबह साढ़े 11 बजे : सुबह साढ़े 11 बजे एसपी कार्यालय के सामने बैठे पुलिसकर्मियों में एक आता है और कुर्सियों पर बैठे लोगों से शिकायतों के बारे में पूछता है। थोड़ी ही देर बाद वह अंदर जाता है और अंदर से आने के बाद वह शिकायतकर्ताओं को एसपी से मिलने का इशारा करता है। एक-एक कर शिकायतकर्ता अंदर जाने लगते हैं।
दोपहर 12 बजे : एसपी से मिलने के बाद शिकायतकर्ता बाहर निकलने लगते हैं। थोड़ी देर बाद कुछ और लोग शिकायत लेकर आ जाते हैं। पहले बाहर इंतजार करते हैं। फिर थोड़ी देर बाद पुलिसकर्मी उनसे पूछता है और एक-एक कर अंदर एसपी को मिलने के लिए भेजता है। दोपहर एक बजे तक इसी तरह से शिकायतकर्ता आते रहते हैं।
दहेजलोभी ससुरालियों के साथ फैसले का बनाया जा रहा दबाव
एक महिला एसपी से मिलने पहुंची थी। उसने बताया कि ससुराल के लोग दहेज की मांग कर रहे हैं। पूरा न होने पर उसे मारपीट कर घर से निकाल दिया गया। पुलिस को शिकायत देकर केस दर्ज कराया, लेकिन आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं हो रही है। वह कई बार पुलिस से मिल चुके हैं। आरोप है कि एसएचओ जबरन ससुरालियों से राजीनामा करने का दबाव बना रहा है। जब उनके पास जाते हैं, तो वह गाली गलौज करता है। इसके अलावा एक अन्य महिला भी एसपी से मिली। उसके भाई लालचंद ने बताया कि उसकी बहन की तेजली में शादी हुई थी। पुलिस में शिकायत की,लेकिन पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है। उन्हें थाने में बुलाया गया, लेकिन वहां पर कोई नहीं मिला। अब एसपी से शिकायत की है।
हाल ही में हुए मामले
बिलासपुर सरकारी अस्पताल के मेडिकल ऑफिसर डॉ. वीपीएस दहिया को जेके रेजिडेंसी के बाहर पीटा गया। पुलिस ने तीन दिन बाद केस दर्ज किया, लेकिन अभी तक कोई भी आरोपित नहीं पकड़ा गया। छेड़छाड़ से परेशान दो किशोरियों की शिकायत पर दीपक व रोहित नाम के युवक पर केस दर्ज हुआ। इससे पहले इन युवकों के साथ मारपीट हुई। जिसमें वह घायल हुए। पुलिस में केस दर्ज है, लेकिन आरोपितों का पता अभी तक पुलिस नहीं लगा पाई है।
पुलिस नहीं करती कार्रवाई
कई बार थाने जा चुके हैं। इससे पहले भी एसपी से मिले थे, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। आरोपितों पर दहेज प्रताड़ना का केस दर्ज है। लेकिन पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है। अब फिर एसपी से मिलने पहुंचे हैं।
-हाजरा, पीड़िता महिला।
हमले के आरोपित नहीं पकड़े
रोडवेज इंस्पेक्टर सतपाल पर घर के बाहर जानलेवा हमला हुआ था। इस मामले में रोडवेज कर्मचारी कई बार पूर्व एसपी से मिले, डीसी से भी मिले। कई दिनों तक भूख हड़ताल भी कर्मचारियों ने की। हर बार उन्हें जल्द गिरफ्तारी का आश्वासन दिया गया। अब तक पुलिस हमलावरों के बारे में पता नहीं लगा सकी है।
-प्रताप ¨सह