दौड़ में सतुंलन बिगड़ने से गिरी खिलाड़ी, पुन: एंट्री को लेकर दो कोच आमने- सामने
तेजली खेल परिसर में जिला स्तरीय खेलमहाकुंभ के दौरान दौड़ प्रतियोगिता के दौरान एक खिलाड़ी असंतुलित होकर गिर गई। इसके गिरने पर एथलीट कोच प्रवीण कुमार ने उसको पुन दौड़ने का मौका दिया। इनके इस निर्णय का मंच पर बैठे दूसरे एथलीट कोच नरेश कुमार ने आपत्ति दर्ज कराई।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : तेजली खेल परिसर में जिला स्तरीय खेलमहाकुंभ के दौरान दौड़ प्रतियोगिता के दौरान एक खिलाड़ी असंतुलित होकर गिर गई। इसके गिरने पर एथलीट कोच प्रवीण कुमार ने उसको पुन: दौड़ने का मौका दिया। इनके इस निर्णय का मंच पर बैठे दूसरे एथलीट कोच नरेश कुमार ने आपत्ति दर्ज कराई। खिलाड़ी को दौड़ाने का विरोध किया। बात बढ़ने पर जिला खेल अधिकारी राजेंद्रपाल गुप्ता मौके पर पहुंचे। दोनों कोच को समझाकर शांत किया। तब भी दोनों अपने लिए फैसले को मनवाने की जिद पर अड़े रहे। हालांकि खिलाड़ी प्रतियोगिता में पिछड़ गई।
दौड़ प्रतियोगिता में विभिन्न स्कूलों व कॉलेज से खिलाड़ी आए थे। एथलीट ग्राउंड में दोपहर को प्रतियोगिता का आखिरी राउंड था। दौड़ शुरू होते ही एक प्रतिभागी संतुलन बिगड़ने से गिर गई, क्योंकि उस वक्त कोच प्रवीण कुमार मैदान में ही थे। उन्होंने उसे दौड़ने के लिए कह दिया। वह पुन: दौड़ी। लेकिन रेस में फिर भी पिछ़ड़ गई। इस फैसले का मंच पर बैठे कोच नरेश कुमार विरोध किया। इस बात को लेकर दोनों कोच में कहासुनी हो गई। दोनों ने अपने तर्क दिए। नियमों का हवाला दिया। दोनों कोच अपनी जगह एक दूसरे को ठीक बता रहे हैं। बात बढ़ने पर इसका पता जिला खेल अधिकारी राजेंदप्राल गुप्ता को लगा। उन्होंने मैदान में आकर दोनों कोच से बात की। इस पर कोच नरेश कुमार उनके समक्ष अपनी बात रखी और कोच प्रवीण अपनी बात विस्तार से बताई। दोनों का सुलह डीएसओ ने कराया। जिला खेल अधिकारी राजेंद्रपाल गुप्ता का कहना है कि दोनों को समझा दिया है। इतनी बड़ी बात नहीं है जिसको तूल दिया जाए। दोनों कोच में मतभेद हो गया था।