वार्ड 17 के लोग गंदगी से परेशान, नहीं सुनते निगम कर्मचारी
एक तरफ तो गर्मी ने लोगों को बुरा हाल किया हुआ है।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर: एक तरफ तो गर्मी ने लोगों को बुरा हाल किया हुआ है। वहीं सफाई नहीं करने से लोगों की परेशानी नगर निगम के कर्मचारी बढ़ा रहे हैं। शिकायत के बाद भी लोगों की सुनवाई नहीं हो रही है। गंदगी के कारण वार्ड 17 के आदर्श नगर में बीमारी फैल सकती है। लोगों में नगर निगम की कार्यप्रणाली के प्रति रोष बढ़ता जा रहा है।
स्थानीय निवासी संदीप कुमार, प्रवीण कुमार, नरेंद्र कुमार व मुकेश का कहना है कि आदर्श में सफाई व्यवस्था का बुरा हाल है। नालियां गंदगी से अटी हुई है। शिकायत के बाद कभी कभी कर्मचारी आ जाते हैं। वह सफाई करने के बाद कचरे को वहीं पर छोड़ देते हैं। बाद में यह कचरा गलियों में फैल जाता है। वाहनों के पहिया के कारण लोगों के घरों में भी कचरा चला जाता है। गंदगी के कारण बहुत ही ज्यादा परेशानी है। उनकी मांग है कि नगर निगम के अधिकारी यहां पर सफाई की उचित व्यवस्था करवाएं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि कई बार नगर निगम के अधिकारियों को सफाई व्यवस्था दुरूस्त करवाने के बारे में कहा जा चुका है। ठोस हल नहीं निकला। अब वह इस बारे में मेयर मदन चौहान से मिलेंगे। यदि तब भी शिकायत दूर नहीं हुई तो सीएम विडो में शिकायत की जाएगी। नाले के अधूरे निर्माण से चोटिल हो रहे ग्रामीण
संवाद सहयोगी, छछरौली: ग्राम पंचायत खदरी में पीडब्ल्यूडी की सड़क के साथ बनाए जा रहे नाले का निर्माण विवाद के कारण रूक गया। जो अब लोगों की परेशानी का सबब बना हुआ है। इसके कारण लोग चोटिल हो रहे हैं। प्रीतम धीमान व श्यामलाल वर्मा ने बताया कि उनके दो घरों का पानी तालाब में नाले के द्वारा गिरने नहीं दिया। मेंबर पंचायत व अन्य के हस्ताक्षर करवा कर एक्शन पीडब्ल्यूडी ने इस नाले के निर्माण को रुकवा दिया। सुषमा रानी ने बताया कि उसकी कमर की हड्डी में नाले के अधूरे निर्माण के कारण चोट आ चुकी है। नाले के ऊपर जो टीन डाला है उसमें पांव फिसल कर मेरी कमर में चोट आ गई है। बच्चों का भी इसमें गिरने का खतरा बना रहता है। निवर्तमान सरपंच सुमन रानी ने कहा कि नाले का किसी भी फंड से निर्माण होने में उनको कोई एतराज नहीं है। पंचायत का दायित्व प्रत्येक गांववासी के लिए एक समान है।
पीडब्ल्यूडी से अनिल कंबोज ने बताया कि नाले निर्माण बारे पंचायत व प्रीतम धीमान का आपसी विवाद है, इसलिए विभाग ने यह नाला मिट्टी डालकर बंद करने की कोशिश की, जो बंद करने नहीं दिया। जो फंड आया था, वह वापस जा चुका है।