लोगों ने समझा पोलीथिन का खतरा, कपड़े के थैले बने विकल्प
ट्विन सिटी को पोलीथिन मुक्त बनाने के लिए शुरू किए अभियान के सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं। अधिकारियों के मुताबिक 90 प्रतिशत प्रयोग अब से पहले बंद हो चुका है। बेचने वालों के चालान भी किए गए।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : ट्विन सिटी को पोलीथिन मुक्त बनाने के लिए शुरू किए अभियान के सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं। अधिकारियों के मुताबिक 90 प्रतिशत प्रयोग अब से पहले बंद हो चुका है। बेचने वालों के चालान भी किए गए। शहर में पोलीथिन के 150 थोक विक्रेता थे, जो अब बंद हो गए हैं। विकल्प के तौर पर कपड़े के थैले का इस्तेमाल बढ़ गया है। 50 थोक विक्रेता कपड़े व स्टार्च से बने बैग की आपूर्ति कर रहे हैं। इसके अलावा डिस्पोजल गिलास व प्लेटों की बिक्री व प्रयोग पर भी पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगा दिया गया है।
निगम ने चलाया था मेगा अभियान
पोलीथिन के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाने के लिए नगर निगम की ओर से मेगा अभियान चलाया गया। चीफ सेनेटरी इंस्पेक्टर अनिल नैन के नेतृत्व में गठित टीम ने दुकानदारों को जागरूक किया। कई जगह रेड भी की गई। करीब 10 क्विटल पोलीथिन नगर निगम ने जब्त की। दर्जन से अधिक चालान भी किए। इस दौरान कुछ दुकानदारों ने नगर निगम आकर स्वयं ही पोलीथिन सरेंडर भी थी। थर्माकॉल की थालियां व प्लास्टिक के गिलास की बिक्री पर भी नकेल कसी गई। बैंकेट हॉल, होटल, रेस्टोरेंट व अन्य प्रतिष्ठानों में इनका प्रयोग वर्जित कर दिया गया है। कर्मचारियों ने ली सिगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग न करने शपथ
गांधी जयंती पर नगर निगम कार्यालय में सिगल यूज प्लास्टिक पर पाबंदी को लेकर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में नगर निगम अधिकारियों ने सिगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल न करने को लेकर नगर निगम के सभी कर्मचारियों को शपथ दिलाई गई। शपथ के बाद नगर निगम के सभी अधिकारियों व कर्मचारियों ने रेलवे रोड पर रैली निकाल शहरवासियों को सिगल यूज प्लास्टिक बंद करने का आह्वान किया। जेडटीओ विपिन गुप्ता के नेतृत्व में निकाली गई रैली के दौरान नगर निगम की ओर से दुकानदारों, रेहड़ी संचालकों व शहरवासियों को कपड़े व जूट के थैले वितरित किए गए। जेडटीओ विपिन गुप्ता ने कहा कि प्लास्टिक और पोलीथिन पॉलीथीन के अलावा के दुष्प्रभाव को समझते हुए प्रत्येक नागरिक को स्वयं ही इनका प्रयोग बंद कर देना चाहिए। सिंगल यूज प्लास्टिक को करें बाय
सीएसआई अनिल नैन व स्वच्छ भारत मिशन से मंगलेश ने कहा कि अपने शहर में भी सिगल यूज प्लास्टिक को हमेशा-हमेशा के लिए बाय बाय करना है। सिगल यूज प्लास्टिक पर्यावरण के साथ इंसानों के लिए सबसे ज्यादा खतरनाक है। शहर के अघोषित कचरा डंपिग यार्ड सिगल यूज प्लास्टिक के कचड़े से भरे हुए है। यह समय है सिगल यूज प्लास्टिक के खतरे को समझने और उससे तौबा करने का। इसलिए सिगल यूज प्लास्टिक को हमेशा-हमेशा के लिए विदा करें।