युवक को डंपर ने कुचला, गुस्साए ग्रामीणों ने जाम लगाकर पुलिस पर लगाया वसूली का आरोप
बीकेडी रोड पर फतेहगढ़ के नजदीक ओवरलोड डंपर ने बाइक सवार 23 वर्षीय युवक को कुचल दिया। आरोपित चालक वाहन सहित ने मौके पर भागने का प्रयास किया। मगर ट्रक की बाइक व शव फंस गया। बाद में आरोपित मौके पर वाहन छोड़कर फरार हो गया। लोगों ने हादसे की सूचना पुलिस को दी। लेकिन सूचना देने के एक घंटे बाद पुलिस मौके पर पहुंची। हादसे पर जब पुलिस देरी से आई तो लोगों ने पुलिस को दौड़ा लिया। कर्मचारियों ने भाग कर किसी तरह से जान बचाई। रोड पर लोगों ने जाम लगा दिया। बाद में पुलिस के आला अधिकारी मौके पर आए तो लोगों ने उसको भी खूब खरी खोटी सुनाई। कुछ लोगों ने गाली गलौच भी की। बाद में जगाधरी एसडीएम भारत भूषण पुलिस के साथ लागों के बीच पहुंचे।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : बीकेडी रोड पर फतेहगढ़ के नजदीक ओवरलोड डंपर ने बाइक सवार 23 वर्षीय युवक को कुचल दिया। आरोपित चालक वाहन सहित ने मौके पर भागने का प्रयास किया। मगर ट्रक की बाइक व शव फंस गया। बाद में आरोपित मौके पर वाहन छोड़कर फरार हो गया। लोगों ने हादसे की सूचना पुलिस को दी। लेकिन सूचना देने के एक घंटे बाद पुलिस मौके पर पहुंची। हादसे पर जब पुलिस देरी से आई तो लोगों ने पुलिस को दौड़ा लिया। कर्मचारियों ने भाग कर किसी तरह से जान बचाई। रोड पर लोगों ने जाम लगा दिया। बाद में पुलिस के आला अधिकारी मौके पर आए तो लोगों ने उसको भी खूब खरी खोटी सुनाई। कुछ लोगों ने गाली गलौच भी की। बाद में जगाधरी एसडीएम भारत भूषण पुलिस के साथ लागों के बीच पहुंचे। उन्होंने लोगों को नब्ज टटोलते हुए कहा कि जल्द से टूटी सड़क को ठीक कराया जाएगा। ओवरलोड रोकने के लिए अभियान चलाएंगे। उसके बाद भीड़ जाम खोलने के लिए तैयार हुई। साढे़ पांच घंटे शव व बाइक ट्रक के पहिए के नीचे दबी रही।
पेट्रोल पंप से सड़क पर चढ़ते ही लगी ट्रक से टक्कर
फतेहगढ़ निवासी अनिल कुमार बल्लेवाला जोन में ट्रैक्टर चलाता था। रोजाना की तरह रविवार सुबह वह बाइक से वहां के लिए निकला था। अपनी एफ जेड बाइक में पेट्रोल डलवाने के बाद जैसे ही देवधर की तरफ मुड़ा तो सामने से आ रहे डंपर ने उसकी बाइक चपेट में ले ली। बाइक सहित शव 50 फुट दूरी तक घसीटता रहा। बाइक अड़ जाने के बाद चालक डंपर छोड़कर फरार हो गया। हादसे का पता लगते ही ग्रामीणों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई। देखते ही देखते सैकड़ों लोग घटनास्थल पर जमा हो गए। पांच ट्रकों के शीशे तोड़ दिए। इन ट्रक चालक किसी तरह जान बचाकर भाग निकले। मार्ग के बीच में गाड़ी बाइक लगाकर जाम लगा दिया। वाहन चालकों ने खुद ही दूसरे रूट से निकलना शुरू कर दिया। मृतक दो भाई हैं। अनिल के पास एक सात माह का बेटा है।
तेज रफ्तार बनी हादसे की वजह
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार डंपर की स्पीड 80 किलोमीटर प्रति घंटे की होगी। तेज रफ्तार होने की वजह से चालक वाहन के ब्रेक नहीं लगा सका। दूसरा वाहन ओवरलोड था। यही कारण है कि एक और नौजवान को अपनी जान तेज गति के कारण गंवानी पड़ी। इससे कुछ दिन पहले रामपुर के नजदीक भी ऐसे ही तेज गति के कारण हादसा हुआ था। जिसमें बाइक सवार की मौत हो गई थी।
पुलिस के साथ धक्का मुक्की
पुलिस के आते ही ग्रामीण पीछे पड़ गए। उनके साथ गाली गलौज करते हुए धक्का मुक्की की। उनको खरी-खरी सुनाई। कर्मचारी लोगों से दूर खड़े रहे। तब भी ग्रामीणों का गुस्सा शांत नहीं हुआ। ग्रामीण गालियां देते रहे। बाद में डीएसपी मौके पर पहुंचे । ग्रामीणों ने उनके सामने भी पुलिस को गालियां दी। ग्रामीणों के सवालों के सामने डीएसपी चुप्पी साध गए। उनके पास से जवाब देते नहीं बना। एक सुर में ग्रामीण बोले कि भ्रष्ट पुलिसकर्मी इस रोड पर ओवरलोड लगाने के लिए तैनात किए गए हैं, जो कि 100 से 200 रुपये में ईमान बेच रहे हैं। सब कुछ जानते हुए प्रशासन व पुलिस के बड़े अधिकारी कार्रवाई की बताए हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं।
तहसीलदार को भी करना पड़ा विरोध का सामना
तहसीलदार जगाधरी मौके पर पहुंचे। डीएसपी के साथ लोगों के बीच पहुंचे। उनके आने पर लोगों ने बातचीत की, लेकिन भीड़ में शामिल कुछ युवकों ने अभद्रता करने लगे। ये सिलसिला पांच सात मिनट चला। कुछ समझदार लोगों ने शांत किया। लेकिन तहसीलदार और डीएसपी लोगों से बीच से निकल कर घटनास्थल से दूर चले गए। लोग उनके पीछे वहीं पहुंचे गए। उनसे आग्रह किया कि जाम तब तक नहीं खोलेंगे जब तक जिम्मेदारी अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच कर ठोस कार्रवाई का आश्वासन नहीं देते। बंद स्क्री¨नग प्लांट के बीच में तहसीलदार और डीएसपी व अन्य पुलिसकर्मी खड़े रहे।
एसडीएम ने दिया ठोस कार्रवाई का आश्वासन तब शांत हुए लोग
एसडीएम भारत भूषण कौशिक ने ग्रामीणों से बातचीत की। दुख संवेदना व्यक्त करते हुए बात की शुरूआत की। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं कि ओवरलोड आज ही रुक जाएगा। वह अभी इस पर लगाम लगा देंगे। ये पॉवर उनके पास नहीं हैं। वे मामले को लेकर डीसी के साथ बैठक करेंगे। बैठक में गांवों के जनप्रतिनिधि भी शामिल होंगे। उसमें ठोस निर्णय लेकर ओवरलोड के खिलाफ सख्ती की जाएगी। लेकिन लोगों ने तत्काल व्यवस्था करने की मांग की।
दो कर्मचारियों की करेंगे तैनाती
ग्रामीणों ने एसडीएम से मांग की है कि दो ईमानदार कर्मियों की तैनाती यहां की जाए। जो पैसे न ले। इस पर एसडीएम ने पुलिस को आदेश दिए कि तत्काल प्रभाव से बीकेडी रोड पर दो कर्मी लगाए जाए। जो ओवरलोड न गुजरने दें। इस पर ग्रामीण शांत हुए और डंपर के नीचे से शव को बाहर निकाल कर पुलिस की एंबुलेंस से पोस्टमार्टम के लिए जाने दिया। उसके बाद डीएसपी अजय राणा से भी ग्रामीणों न काफी देर तक बातचीत की। एसएचओ सिटी जगाधरी राजीव मिगलानी भी मौके पर पहुंचे।
पहले लगते थे 20 मिनट आज लगा आने में एक घंटे का समय
एसडीएम ने ग्रामीणों के सामने खुद माना कि सड़क में खामियां हैं। चलने के काबिल नहीं हैं। हादसे की ये भी एक बड़ी वजह है। आए दिन हादसों का ग्राफ बढ़ रहा है। पहले जब वे इस मार्ग पर आते थे तो उनको 20 मिनट का समय लगता था। बीकेडी रोड इतना खराब हो चुका है कि गाड़ी चलते हुए हिलने लगती है। उनको यहां तक पहुंचने में एक घंटे का समय लगा। सड़क निर्माण की जरूरत है।
छह-छह लाइसेंस रखते हैं चालक
एसडीएम ने ग्रामीणों की बात का जवाब देते हुए बताया कि ओवरलोड चलाने पर कितने लाइसेंस रद किए जाए। उत्तर प्रदेश की तरफ से जोन में आने वाले चालक छह-छह लाइसेंस रखते हैं। इस बारे में भी ठोस कार्रवाई को अंजाम देंगे। ऐसे चालकों के यहां चालान भेजे जाएंगे।
सीधे पांवटा हाईवे से निकाले जाए भारी वाहन
ग्रामीण राजेश कुमार, संदीप कुमार, धर्मवीर, किरणपाल, अनिल कुमार, अमित ने प्रशासन से मांग की है कि बीकेडी रोड से भारी वाहनों की आवाजाही पूरी तरह बंद की जाए। जोन से निकलते ही इन वाहनों को पांवटा हाईवे से गुजारा जाए। तभी यहां के लोगों की ¨जदगी कुछ सुरक्षित रह सकती है। रात को चलते हुए भ्ी डर लगता है। क्योंकि पूरी सड़क में गड्ढे हैं। गड्ढों केा बचाने के लिए चक्कर में भी वाहन चालक हादसे का शिकार हो रहे हैं। ट्रक चालक ओवरलोड लेकर 70 की स्पीड से कम नहीं चलते। दोपहिया वाहन चालकों को कुचलने से भी परहेज नहीं करते हैं।
वर्जन
ग्रामीणों की मांग जायज है। जिस परिवार ने नौजवान खोया है। वह उनका दर्द समझ सकते हैं। बीकेडी रोड पर ओवरलोड रोकने के लिए जल्द डीसी के साथ बैठक की जाएगी। जिसमें प्रभावितों गांवों के जनप्रतिनिधियों को शामिल किया जाएगा। उस बैठक में ठोस कार्रवाई का निर्णय लिया जाएगा।
-भारतभूषण कौशिक, एसडीएम जगाधरी
वर्जन
डंपर चालक नाबालिग है कि नहीं। डंपर में ओवरलोड था। इसका पता कागज देखने के बाद लगेगा। हर वाहन की आरसी पर वाहन की क्षमता लिखी होती है। तभी ओवरलोड के बारे में बता सकेंगे। जहां तक उनको जानकारी है डंपर की क्षमता 16 टन की होती है। नंबर के आधार पर चालक का पता लगाकर मामल में कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
-देशराज, डीएसपी यमुनानगर