पहली व दूसरी कक्षा को आंगनबाड़ी को सौंपने का विरोध
पहली व दूसरी कक्षा को आंगनबाड़ी केंद्रों को सौंपे जाने का विरोध किया जाएगा। सरकार के इस निर्णय को अध्यापक बर्दाश्त नहीं करेंगे। अध्यापक संघ के जिला प्रधान संजय कांबोज जिला सचिव दिनेश तंवर व राज्य सचिव जगपाल सिंह ने कहा कि सरकार नई शिक्षा नीति की आड़ में पहली-दूसरी कक्षाओं को आंगनबाड़ियों और एनजीओज के हवाले कर प्राइवेट कर रही है। अध्यापक संघ इसे कभी बर्दाश्त नहीं करेगा।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : पहली व दूसरी कक्षा को आंगनबाड़ी केंद्रों को सौंपे जाने का विरोध किया जाएगा। सरकार के इस निर्णय को अध्यापक बर्दाश्त नहीं करेंगे। अध्यापक संघ के जिला प्रधान संजय कांबोज, जिला सचिव दिनेश तंवर व राज्य सचिव जगपाल सिंह ने कहा कि सरकार नई शिक्षा नीति की आड़ में पहली-दूसरी कक्षाओं को आंगनबाड़ियों और एनजीओज के हवाले कर प्राइवेट कर रही है। अध्यापक संघ इसे कभी बर्दाश्त नहीं करेगा। शिक्षा विभाग में कार्यरत अध्यापकों के अन्य संगठनों के साथ मिलकर सरकार की इस साजिश का पुरजोर विरोध किया जाएगा। उन्होंने कहा कि शिक्षण कोई साधारण कार्य नहीं है। सरकार क्वालिटी शिक्षा न देकर धोखा देना चाहती है। वहीं, शिक्षकों व आंगनबाड़ी वर्करों को आपस में लड़वाना चाहती हैं।
जिला कोषाध्यक्ष प्रतिमा बालियान व पूर्व प्रधान राकेश धनखड़ ने कहा कि सरकार शिक्षा के सार्वजनिक ढांचे को पूरी तरह बर्बाद करने पर तुली हुई है। शिक्षा नीति के बहाने केंद्र और राज्य सरकार शिक्षा विभाग को निजी हाथों में देना चाहती है। छोटे स्कूलों को मजबूत करने की बजाय कम खर्चे या किफायत के नाम पर बंद करने की ,सभी स्कूलों में शिक्षक देने की बजाय 10-12 गांवों में एक स्कूल में ही शिक्षक देने वाली यह काली शिक्षानीति हैं। कौशल विकास के नाम पर छठी कक्षा से ही गरीब बच्चों को उन व्यवसायों के सपने दिखाए जा रहे हैं।
गुमथला में किसानों की महापंचायत आज
संवाद सहयोगी, रादौर : भाकियू की ओर से 20 जनवरी को सुबह 11 बजे गांव गुमथला स्थित यमुना पैलेस में महापंचायत का आयोजन किया जाएगा। इसमें किसानों से जुड़े़ विभिन्न मुद्दों को लेकर विचार-विमर्श किया जाएगा और आगामी रणनीति तैयार की जाएगी। भाकियू के गुमथला जोन प्रभारी सुरजीत सिंह भूरा ने गांव कंडरौली, संधाला, संधाली, लालछप्पर, जठलाना व एमटी करहेड़ा का दौरा कर अधिक से अधिक संख्या में किसानों को महापंचायत में पहुंचने का न्यौता दिया। उन्होंने बताया कि इस दौरान तीन कृषि कानूनों के विरोध में चलाए गए आंदोलन में अपनी भागीदारी निभाने किसानों को सम्मानित किया जाएगा। इसके अलावा यमुना नदी में नियमों के विपरीत हो रहे खनन, ओवरलोड़ व टूटी सड़कों के मुद्दे पर विचार विमर्श कर प्रशासन के खिलाफ कड़ा फैसला लिया जाएगा। इस अवसर पर राजेश सलूजा, बलविद्र नरवाल, पंजाब सिंह, राजपाल, बृजेश सैनी, जसविद्र, शमशेर पाल, अजय राणा व जगमोहन लांबा उपस्थित थे।