एक ने रोका था, दूसरे ने रास्ते में पकड़ लिया
आजाद नगर निवासी कर्ण चौहान ने बताया कि उसकी बेटी स्वामी विवेकानंद पब्लिक स्कूल में पढ़ती ह
आजाद नगर निवासी कर्ण चौहान ने बताया कि उसकी बेटी स्वामी विवेकानंद पब्लिक स्कूल में पढ़ती है। वह बेटी को लेने आ रहा था। इस दौरान उन्होंने देखा कि एक लड़का हाथ में पिस्तौल लिए आ रहा है। कुछ देर पहले ही उन्होंने गोली चलने की आवाज सुनी थी। लड़के के हाथ में रिवाल्वर देख शक हुआ और उस लड़के को रोक दिया। उसने गोली मारने की धमकी दी, लेकिन वह घबराए नहीं और उसके सामने आ गए। गोली चलाने का प्रयास भी किया, लेकिन उसकी रिवाल्वर में गोली नहीं थी। इस दौरान उन्होंने हिम्मत करते हुए युवक को दबोच दिया। हाथापाई देख कुछ लोग और आ गए। लोगों की मदद से आरोपी को दबोच लिया। जब तक पुलिस नहीं आई कर्ण ने आरोपी को दबोचे रखा। बातचीत में पता चला इस युवक ने अपने स्कूल की ¨प्रसिपल को गोली से भून दिया है। कुछ लोगों ने युवक के साथ पुलिस के आने से पहले मारपीट भी की।
एक बार तो मैं भी डर गया था
कर्ण का कहना है कि जब आरोपी को उसने पकड़ने का प्रयास किया तो उसकी धमकी और पिस्तौल तानने पर वह भी बुरी तरह घबरा गया था। इसी दौरान अचानक उनके अंदर कहां से हिम्मत आई। डर गायब हो गया और सीधा आरोपी को दबोच लिया।
चौकीदारी की जुबानी, घटना की कहानी
स्कूल के चौकीदार शमशेर ¨सह का कहना है कि वह आरोपी को पहचानता है। स्कूल के गेट पर आने के बाद एक बार वह पार्क में गया और वहीं खड़ा रहा। उन्होंने समझा कि शिवांस अपने परिजनों का इंतजार कर रहा है। अचानक वह पार्क से आया और जल्दबाजी में अंदर घुसा। उसके जाते ही अंदर से गोली चलने की आवाज आई। आवाज सुनकर वह ¨प्रसिपल कक्ष की तरफ दौड़ा। अंदर से हाथ में रिवाल्वर लिए आरोपी बाहर आ रहा था। उसने उसको रोकने का प्रयास किया, लेकिन आरोपी ने उसको आगे से हटने की धमकी दी। नहीं हटने पर चेतावनी दी कि वह उसको भी भून देगा। वह डर गया। तुरंत घटना के बारे में स्टाफ व चेयरमैन कमलकांत कंबोज को बताया।
बाहर से भी आई थी गोली चलने की आवाज
चौकीदार ने बताया कि जब आरोपी गेट से बाहर निकल गया तो ¨प्रसिपल अंदर खून से लथपथ थी। इसी दौरान उनको बाहर से भी गोली चलने की आवाज सुनाई दी। स्टाफ व अभिभावकों ने ¨प्रसिपल को गंभीर हालत में अस्पताल में पहुंचाया। एक बजे के करीब उसकी मौत का पता चला। बच्चों की छुट्टी कर दी गई।