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अधिकारियों को पता है कहां होती है मिलावट, पर बंद रखते हैं आंखें

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : टीम यमुनानगर की, अधिकारी भी अपने शहर के। ठप्पा लगा है तो बस

By JagranEdited By: Published: Fri, 30 Jun 2017 12:20 AM (IST)Updated: Fri, 30 Jun 2017 12:20 AM (IST)
अधिकारियों को पता है कहां होती है मिलावट, पर बंद रखते हैं आंखें
अधिकारियों को पता है कहां होती है मिलावट, पर बंद रखते हैं आंखें

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : टीम यमुनानगर की, अधिकारी भी अपने शहर के। ठप्पा लगा है तो बस सीएम फ्लाइंग का। सीएम फ्लाइंग का नाम जुड़ते ही कर्मचारी से लेकर अधिकारी तक सभी अलर्ट हो गए। वरना इससे पहले सबकुछ बंद आंखों से देख रहे थे। सीएम फ्लाइंग ने दो दिन के भीतर शहर में जो कार्रवाई से ये भी साबित हो गया है कि शहर हो या गांव हर जगह मिलावटी सामान बिक रहा है। अधिकारियों की इस सुस्ती का खामियाजा जिला के लोगों को भुगतना पड़ रहा है। बाजार में मिलावटी सामान बिक रहा है।

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अब से पहले कार्रवाई क्यों नहीं :

बाडी माजरा में सैकड़ों टन से ज्यादा मिलावटी अचार व सड़ा हुआ मुरब्बा बनता हुआ पाया गया। पता नहीं ये गौरख धंधा कितने सालों से यहां पर चल रहा था। परंतु संबंधित विभाग के किसी भी अधिकारी ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। इसलिए उन्होंने किसी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की। सीएम फ्लाइंग की कार्रवाई से साफ है कि अधिकारियों को पहले से पता था कि यहां पर मिलावटी अचार व मुरब्बा बनता है। नामी कंपनियों के लेबल चिपका कर इसे बाजार में बेचा जाता था।

स्वास्थ्य विभाग शक के दायरे में :

खाद्य पदार्थों में हो रही मिलावट पर अंकुश लगाने व जांच करने की जिम्मेदारी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की है। हिसार के फूड इंस्पेक्टर के पास यमुनानगर का अतिरिक्त कार्यभार है। इसलिए सीएमओ, डिप्टी सीएमओ से एसएमओ तक सभी को खाद्य पदार्थों की जांच करने का अधिकार है। परंतु ऐसा नहीं हुआ। रिकार्ड उठाकर देखा जाए तो शायद ही कभी सीएमओ, डिप्टी सीएमओ या एसएमओ ने अपने स्तर पर किसी दुकान या रेस्टोरेंट में जाकर खाद्य पदार्थों के सैंपल लिए हों।

कृषि विभाग फिर निशाने पर :

कृषि विभाग के अधिकारी दावा करते रहे हैं कि फैक्टरियों में कृषि में प्रयोग होने वाले यूरिया का इस्तेमाल नहीं हो रहा। यदि सूचना आती है तो छापा मार कर कार्रवाई की जाती है। यदि दावा सही था तो सीएम फ्लाइंग ने दो फैक्टरियों से यूरिया के 30 कट्टे कैसे पकड़ लिए। दोनों के खिलाफ थाने में शिकायत भी दर्ज कराई गई। दो माह पूर्व ही थाना सदर यमुनानगर पुलिस ने शादीपुर यूरिया से भरी ट्राली पकड़ी थी।

आरटीए की भी खुली पोल :

जिला में ओवरलोड ट्रकों पर कुछ समय पहले पूरी तरह से अंकुश लग गया था। परंतु ये फिर से चलने शुरू हो गए। सबसे ज्यादा ओवरलोड जठलाना क्षेत्र में चल रहे थे। क्षेत्र के कुछ समाजसेवी लोगों ने इसके खिलाफ आवाज भी उठाई साथ ही आरटीए की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए। लोगों का कहना है कि रेत, बजरी से भरे ओवरलोड ट्रक धड़ल्ले से चल रहे हैं परंतु अधिकारी इनके चालकों पर कार्रवाई नहीं करते। दो दिन में सीएम फ्लाइंग ने रादौर व बूड़िया क्षेत्र में ही 26 ओवरलोड ट्रकों को पकड़ कर आरटीए को आइना दिखा दिया।

अकेले अधिकारी पर दबाव डालते हैं : प्रेम चंद

यमुनानगर के फूड इंस्पेक्टर का अतिरिक्त कार्यभार देख रहे प्रेम चंद का कहना है कि ऐसा नहीं हैं कि हम कार्रवाई नहीं करते। समय-समय पर हम भी सैंपल लेते हैं। इसके अलावा सीएमओ, डिप्टी सीएमओ व एसएमओ के पास भी कार्रवाई करने का अधिकार है। निरीक्षण के दौरान यदि टीम में ज्यादा सदस्य हो तो कार्रवाई ठीक से होती है। सीएम फ्लाइंग के मामले में भी ऐसा ही देखने को मिला। जिनसे मिलावटी अचार व मुरब्बा पकड़ा गया उनके खिलाफ थाने में भी शिकायत दी गई। इसके विपरीत निरीक्षण एक या दो कर्मचारी करते हैं तो उन पर तरह-तरह के आरोप लगा देते हैं। कई बार तो दुकानदार यहां तक कह देते हैं कि उससे रुपये मांगे गए हैं। ऐसे में इन आरोपों का उस वक्त कोई सबूत हम नहीं दे पाते।


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