डेंगू का बढ़ा खतरा, अब तक हो चुके 15 केस
कोरोना महामारी के बीच डेंगू ने भी दस्तक दे दी है। अब तक जिले में 15 केस डेंगू के मिल चुके हैं जबकि गत वर्ष 54 केस मिले थे। यह स्वास्थ्य विभाग का आंकड़ा है जबकि निजी अस्पतालों में भी काफी मरीज डेंगू का इलाज करा रहे हैं।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : कोरोना महामारी के बीच डेंगू ने भी दस्तक दे दी है। अब तक जिले में 15 केस डेंगू के मिल चुके हैं जबकि गत वर्ष 54 केस मिले थे। यह स्वास्थ्य विभाग का आंकड़ा है जबकि निजी अस्पतालों में भी काफी मरीज डेंगू का इलाज करा रहे हैं। निजी अस्पतालों में इस समय डेंगू के अधिक मरीज पहुंच रहे हैं। मरीजों की प्लेटलेट्स गिर रही है। सुखद यह है कि जिले में अभी तक कोई मौत डेंगू से होने का मामला सामने नहीं आया है। गत वर्ष छह मौतें डेंगू की वजह से हुई थी।
इस वर्ष कोरोना की वजह से स्वास्थ्य विभाग मलेरिया व डेंगू से बचाव के लिए कैंपेन नहीं चला सका। सोशल साइटों के जरिए ही लोगों को बचाव के पंपलेट भेजे गए। इस बार विभाग की ओर से 50762 मच्छरदानियां मलेरिया व डेंगू प्रोन क्षेत्र में बांटी गई है। घरों में की जा रही चेकिग :
स्वास्थ्य विभाग की टीमें लोगों के घरों में भी चेकिग करती है। यदि कही पर जमा पानी में डेंगू या मलेरिया का लारवा मिलता है, तो उन्हें नोटिस भी दिए जाते हैं। अभी तक स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने 55 हजार घरों की जांच की। इसमें से चार हजार 153 घरों में लारवा मिला है। उन्हें नोटिस जारी किए गए। अधिकतर घरों में कूलर के पानी में ही लारवा मिला है। लोग भी कूलर को सप्ताह में साफ नहीं करते। जिस वजह से उसमें पानी जमा रहता है। यह है बचाव :
सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें।
आसपास गड्ढों में जमा पानी में तेल डाल दें, ताकि लारवा न पनप सके।
मकान की छत के ऊपर कोई ऐसा सामान न हो, जिसमें पानी जमा हो।
सप्ताह में एक बार कूलर, होदी, गमले, पक्षियों के पीने के बर्तनों को साफ करें।
वायरल होने पर पैरासिटामोल की गोली लें। यह हैं लक्षण :
अचानक तेज बुखार होना।
छाती व शरीर के ऊपर के हिस्सों में दानों का निकलना।
आंखों के पिछले हिस्से में दर्द, जोड़ों में दर्द।
भूख न लगना, जी मिचलाना, उल्टी लगना। यह है डेंगू के मरीजों का आंकड़ा :
2012- 18
2013- 56
2014- 2
2015- 122
2016- 65
2017- 70
2018- 42
2019- 54
2020- 15 सिविल सर्जन डा. विजय दहिया ने बताया कि कोरोना के बीच टीमें लगातार कार्य कर रही हैं। इस बार स्थिति काफी हद तक कंट्रोल में है। लोगों को भी इस संबंध में पंपलेट बांटे गए थे। जिसमें उन्हें बचाव व लक्षणों की जानकारी दी गई थी। यदि गांव या शहर में यदि किसी व्यक्ति को सर्दी के साथ बुखार आए तो नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से जांच कराए।