खातों की बां¨डग न होने से किसानों में रोष
खातों की बां¨डग न होने से गन्ना उत्पादक किसानों में रोष है। भारतीय किसान संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष रतन ¨सह देवधर ने कहा कि सरस्वती शुगर मिल ने 20 नवंबर तक मिल चलाने के लिए सरकार से वादा किया है। अभी तक न तो किसानों के खातों की बांडिंग की गई है और न ही मिल चलने के आसार नजर आ रहे हैं।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : खातों की बां¨डग न होने से गन्ना उत्पादक किसानों में रोष है। भारतीय किसान संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष रतन ¨सह देवधर ने कहा कि सरस्वती शुगर मिल ने 20 नवंबर तक मिल चलाने के लिए सरकार से वादा किया है। अभी तक न तो किसानों के खातों की बांडिंग की गई है और न ही मिल चलने के आसार नजर आ रहे हैं। सरकार ने भी गन्ने का रेट आगामी सीजन 2018-19 के लिए घोषित नहीं किया है।
उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा भी ठीक नहीं लग रही है। किसान शुगर मिल ओर सरकार की ओर टकटकी लगाकर देख रहा है, क्योंकि उन्हें गन्ने के खेत खाली करके गेहूं की बिजाई भी करनी है। अगर मिल चलने में देरी होती है तो किसानों को भारी आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ेगा। गेहूं की बिजाई भी नहीं हो पाएगी। इसका नुकसान मिल को तो होगा ही साथ ही सरकार को भी इसका नुकसान झेलना पड़ेगा। भारतीय किसान संघ ने सरकार से मांग की है कि 20 नवंबर तक शुगर मिल को चलवाया जाए। मिल चलने से पहले गन्ने का रेट घोषित किया जाए। इस विषय को लेकर भारतीय किसान संघ किसान भवन में 12 नवंबर को बैठक का आयोजन करने जा रहा है। इसमें आगे की रणनीति पर विचार किया जाएगा।