मंडी में नहीं शौचालय, किसान व आढ़ती परेशान : हरबंस
46 वर्ष पुरानी गुमथला की अनाज मंडी में शौचालय की सुविधा नहीं मिल पाई।
संवाद सहयोगी, रादौर : 46 वर्ष पुरानी गुमथला की अनाज मंडी में शौचालय की सुविधा नहीं मिल पाई। मंडी के प्रधान हरबंस लाल मेहता, अशोक कुमार बंसल, रामकुमार शर्मा, सतीश कुमार, श्यामलाल शर्मा, रविद्र कुमार, संदीप मेहता, श्रीकांत और प्रदीप कुमार ने बताया कि 1972 तक गुमथला में बस स्टैंड के पास खुले में गेहूं व धान की खरीद की जाती थी। इसके बाद क्षेत्र के आढ़तियों ने महसूस किया कि गुमथला में मंडी बननी चाहिए। आढ़तियों ने पहले सरकार व प्रशासन के अधिकारियों के समक्ष मंडी बनाने की मांग रखी, लेकिन मांग पूरी नहीं हुई। इसके बाद आढ़तियों ने गुमथला में मंडी बनाने का बीडा़ उठाया। गांव के पास दो एकड़ सरकारी स्कूल की भूमि खाली पड़ी हुई थी। साथ ही पंचायत की पोना एकड़ भूमि खाली पड़ी हुई थी। दोनों भूमि पर मंडी शुरू कर दी गई। बाद में कंड्रोली गांव निवासी व पूर्व डिप्टी स्पीकर चौधरी वेदपाल के प्रयासों से मार्केट कमेटी ने मंडी में फड, शेड, लाइट, चाहरदीवारी व कार्यालय बनाया, लेकिन आज तक मंडी में मार्केट कमेटी की ओर से शौचालय नहीं बनाया गया है। लोग खुले में ही शौच करते है। उन्होंने बताया कि समय के साथ गुमथला अनाजमंडी छोटी पड़ गई है। मंडी में अनाज ज्यादा आता है। इस कारण आढ़तियों व किसानों को दिक्कत का सामना करना पडता है। मंडी में लगभग 30 वर्ष पहले लगाया गया शेड जगह- जगह से टूटकर खस्ता हालत में पहुंच गया है। बारिश के दिनों में शेड की टूटी छत से पानी टपकता है।