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विदेश भेजने के नाम पर तीन युवकों से 9 लाख ठगे

सदर यमुनानगर थाना क्षेत्र के गांव शादीपुर के गुरमीत सिंह समेत तीन लोगों को विदेश भेजने के नाम पर नौ लाख रुपये ठग लिए गए।

By JagranEdited By: Published: Wed, 26 Feb 2020 07:30 AM (IST)Updated: Wed, 26 Feb 2020 07:30 AM (IST)
विदेश भेजने के नाम पर तीन युवकों से 9 लाख ठगे
विदेश भेजने के नाम पर तीन युवकों से 9 लाख ठगे

जागरण संवाददाता, यमुनानगर :

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सदर यमुनानगर थाना क्षेत्र के गांव शादीपुर के गुरमीत सिंह समेत तीन लोगों को विदेश भेजने के नाम पर नौ लाख रुपये ठग लिए गए। आरोपितों ने उनके नाम का फर्जी इकरारनामा भी तैयार करा लिया। इसमें लिख दिया कि यह पैसा उन्होंने निजी कार्य के लिए दिया है। बाद में एसपी को शिकायत दी गई। वहां से इकॉनॉमिक सेल ने जांच की, तो मामला खुला। अब आरोपितों पर केस दर्ज हुआ है।

गुरमीत सिंह की पास के ही गांव खजूरी निवासी विपन कुमार से जान पहचान थी। विपन ने उन्हें बताया था कि वह सिगापुर होकर आया है। उसने अपना वीजा व पासपोर्ट भी दिखाया, जिस पर उन्हें विश्वास हो गया। वह भी सिगापुर जाने के लिए तैयार हो गए। आरोपित विपन ने उनका वीजा लगवाने व अच्छी नौकरी दिलवाने का झांसा दिया था। गुरमीत ने अपनी मौसी के लड़के हरजिद्र को भी तैयार कर लिया। आरोपित ने उनसे साढ़े छह लाख रुपये मांगे। उन्होंने जुगाड़ कर यह पैसा दे दिया। जब विपन पैसा लेने के लिए आया, तो उसके साथ उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के गांव मुसल निवासी विश्व दीपक भी था। पैसा लेने के बाद उन्होंने दस्तावेज भी लिए। कुछ दिनों में उन्हें वीजा लग जाने का आश्वासन दिया। काफी समय बीतने के बाद भी जब वीजा नहीं लगा, तो गुरमीत ने विपन से बात की, तो वह ईधर उधर की बात करने लगा। बाद में आरोपित धमकी देने लगा। इस बीच विपन को उन्होंने घर पर ही पकड़ लिया। वहां पर एक अन्य युवक सोनू भी था। सोनू ने बताया कि उनके साथ भी इसी तरह से धोखाधड़ी की गई है। घर पर जब विपन को पकड़ा, तो उसने पंचायत में पैसा देने की बात कुबूल ली, लेकिन बाद में मुकर गया।

सोनू के साथ इकरारनामा पर किए थे साइन

इस मामले में सोनू ने आरोपित विपन व विश्व दीपक के साथ इकरारनामा किया था। जुलाई अगस्त का यह इकरारनामा था। गुरमीत ने बताया कि जब मामला पुलिस के पास पहुंचा, तो विपन व उसके साथी विश्व दीपक ने एक अन्य इकरारनामा पेश किया। इसमें लिखा था कि यह पैसा निजी कार्य के लिए लिया गया है। बाद में सोनू ने अपने दस्तावेज पेश किए, तो आरोपितों का झूठ सामने आया।


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