ज्वेलर्स से खरीदी लक्ष्मी गणेश की मूर्तियां, बिजली की लड़ियां, फड़ी से मिट्टी के दीये, गुलजार हुए बाजार
दीपावली मनाने के लिए लोगों ने शनिवार को जमकर खरीदारी की। हजारों लोगों के बाजार में आने के कारण जाम की स्थिति बनी रही। जाम में फंस कर भी लोगों ने खरीदारी की। सड़कों पर बढ़ी वाहनों की संख्या को संभालने के लिए पुलिसकर्मी तैनात किए गए। पेपर मिल के नजदीक सबसे अधिक जाम की स्थिति रही।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : दीपावली मनाने के लिए लोगों ने शनिवार को जमकर खरीदारी की। हजारों लोगों के बाजार में आने के कारण जाम की स्थिति बनी रही। जाम में फंस कर भी लोगों ने खरीदारी की। सड़कों पर बढ़ी वाहनों की संख्या को संभालने के लिए पुलिसकर्मी तैनात किए गए। पेपर मिल के नजदीक सबसे अधिक जाम की स्थिति रही। वर्कशॉप रोड, रेलवे स्टेशन रोड, खेड़ा बाजार, छोटी लाइन व जगाधरी वर्कशॉप में कई जगह ऐसे रहे, जहां पांव रखने की जगह तक नहीं थी। घरों को सजाने के लिए लोगों ने बिजली की लड़ियां और मिट्टी के दीये खरीदे। खरीदारी के कारण बाजार गुलजार रहा। अच्छा कारोबार हुआ। चांदी की मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की मांग रही।
मिट्टी के दीयों की रही मांग
बाजार में मिट्टी के दीयों की ज्यादा मांग रही, क्योंकि दीपावली पर घरों में दीयों से ज्यादा सजाया जाता है। बाजार में एक रुपये का एक दीया बिका। दीये बेचने वाले भी सड़कों किनारे बैठे दिखे। इसके अलावा मिट्टी से बनी देवी लक्ष्मी की प्रतिमा भी खूब बिकी। प्लास्टिक फूलों की लड़ियां भी सौ से लेकर 150 रुपये तक बिकी। खरीदारी के लिए पिकी ने बताया कि वे अपने घर को दीये से सजाती हैं। भूपेंद्र ने बताया कि बाजार में आकर्षक दीये उपलब्ध हैं।
दिनभर जाम रहा शहर
लोगों ने मार्केट से मिठाई, गिफ्ट, बर्तनों, गहनों की जमकर खरीदारी की। खरीदारी के कारण शहर में जाम लगा रहा। जाम के कारण लोगों को सबसे ज्यादा दिक्कत मीरा मार्केट गेट, नगर निगम कार्यालय के सामने, मुलतानी फास्ट फूड के सामने, पेपर मिल गेट के सामने, रेलवे स्टेशन चौक, रादौर रोड, जगाधरी वर्कशॉप रोड, विष्णु नगर, जगाधरी में छोटी लाइन, रेलवे बाजार, खेड़ा मोहल्ला मे लोग घंटों जाम में फंसे रहे। इस दौरान लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
एक-दूसरे को दिए उपहार
दिनभर चला उपहार देने का सिलसिला छोटी दीवाली पर शहर में पूरा दिन उपहारों के आदान-प्रदान का सिलसिला चलता रहा। देर रात तक लोगों ने अपने रिश्तेदारों और परिचितों को दीवाली के उपहार दिए। बाजारों में गिफ्ट गैलेरी पर भी अच्छी खासी भीड़ देखने को मिली।
खूब रही मिठाई की मांग
मिठाई भी खूब बिकी। दुकानों पर दिनभर ग्राहकों का जमावड़ा लगा रहा। लोगों को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए दुकानदारों ने दुकानों को अच्छे से सजाए रखा। ज्यादातर मिठाई की दुकानें सड़क किनारों पर सजी दिखाई दी।
खूब बिके चांदी के सिक्के
ज्वेलरों ने भी अच्छा कारोबार किया। लोगों ने यहां से चांदी के सिक्के, चांदी से बनी लक्ष्मी की मूर्तियों की खूब बिक्री की। महिलाओं ने अपने लिए सोने की चूड़ियां, झुमके, मंगलसूत्र आदि खरीदे।
पूजन का यह समय है सबसे उत्तम
दुर्गेश्वरी मंदिर के पुजारी पं. संजय चतुर्वेदी ने बताया कि रविवार को लक्ष्मी पूजन दोपहर 12 बजकर 23 मिनट तक, अमावस्या 28 अक्टूबर को सुबह नौ बजकर आठ मिनट तक है। मां लक्ष्मी पूजा मुहुर्त शाम छह बजकर 42 मिनट से रात आठ बजकर 12 मिनट तक है। पूजन करने की समयावधि एक घंटा 30 मिनट है।
पूजन की सामग्री
लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमा, लक्ष्मी जी को अर्पित किए जाने वाले वस्त्र यानी लाल कपड़ा, सप्तधान्य, गुलाल, लौंग, अगरबत्ती, हल्दी, अर्घ्य पात्र, फूल की माला और खुले फूल, सुपारी, सिदूर, इत्र, इलायची, कपूर, खील-बताशे, देसी घी, चंदन, चांदी का सिक्का, अक्षत, दही, दीपक, दूध, पंचमेवा आदि शामिल हैं।