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विकास कार्यो में कोताही बरतने वाले अधिकारियों व ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई तय : मदन चौहान

ट्विन सिटी में सफाई व्यवस्था और कचरा प्रबंधन को लेकर बनी प्लानिग सिरे नहीं चढ़ पा रही है। नियमित रूप से सफाई न होने के भी आरोप लग रहे हैं। ठोस कचरे का प्रबंधन न होने के कारण शहर की अबोहवा खराब हो रही है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 11 Nov 2019 06:50 AM (IST)Updated: Mon, 11 Nov 2019 06:50 AM (IST)
विकास कार्यो में कोताही बरतने वाले अधिकारियों व ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई तय : मदन चौहान
विकास कार्यो में कोताही बरतने वाले अधिकारियों व ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई तय : मदन चौहान

ट्विन सिटी में सफाई व्यवस्था और कचरा प्रबंधन को लेकर बनी प्लानिग सिरे नहीं चढ़ पा रही है। नियमित रूप से सफाई न होने के भी आरोप लग रहे हैं। ठोस कचरे का प्रबंधन न होने के कारण शहर की अबोहवा खराब हो रही है। आउटर की कॉलोनियों में हालात ज्यादा खराब हैं। जन प्रतिनिधि भी व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं। इसके अलावा नगर निगम यमुनानगर-जगाधरी कार्यालय में कर्मचारियों की कमी भी विकास कार्यो की गति में बड़ी बाधा बन रही है। निगम से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण मुद्दों को लेकर संवाददाता संजीव कांबोज ने मेयर मदन चौहान से बातचीत की। बातचीत के अंश इस प्रकार हैं :

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नगर निगम एरिया में सफाई व कचरा प्रबंधन को लेकर गत माह नया प्लान बनाया गया था। इस प्लान के तहत अभी तक काम शुरू नहीं हुआ है। किस स्तर पर ढील है?

ढील कहीं नहीं है। जब भी किसी बड़ी परियोजना पर काम होता है तो उससे जुड़ी औपचारिकताओं को पूरा करने में समय लग ही जाता है। सफाई के नए प्लान का टेंडर लगाने से पहले सरकार से मंजूरी लेने की प्रक्रिया चल रही है। उम्मीद है जल्दी ही योजना सिरे चढ़ जाएगी।

सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट भी करीब पांच वर्ष से बंद पड़ा है। जगह-जगह कचरे के ढेर लगे हुए हैं?

सफाई का जो नया प्लान हमने बनाया है उसमें कचरे की छंटनी व प्रबंधन भी शामिल है। इस काम को प्रमुखता से लिया जा रहा है। हम चाहते हैं कम बजट में बेहतर परिणाम सामने आएं। सफाई के नाम पर शहर मॉडल बने।

विकास कार्यो के लिए जो टेंडर लगाए जा रहे हैं, उनमें से अधिकांश बार-बार रिकॉल करने पड़ रहे हैं। ऐसा क्यों? कुछ ठेकदार नियमों व शर्तो का कड़ा होना भी बताते हैं?

कोई भी नया टेंडर तीन एजेंसियों द्वारा भरा जाना जरूरी होता है। ऐसा नियम कहता है। कई बार तीन एजेंसियां नहीं भरती। एक या दो ही भरती हैं। ऐसी परिस्थिति में टेंडर को रिकॉल करना पड़ता है। सरकार के निर्धारित नियमों के अनुरूप टेंडर प्रक्रिया पूरी होती है।

नगर निगम एरिया में स्ट्रीट लाइटों की व्यवस्था काफी समय से बदहाल है। कब तक सुधार की उम्मीद की जा सकती है?

सभी वार्डो में स्ट्रीट लाइटों के लिए टेंडर लग चुके हैं। वर्क अलॉट हो गया है। जल्दी ही स्ट्रीट लाइट की समस्या दूर हो जाएगी।

सरकार ने शहर की 69 कॉलोनियों को अधिकृत किया था, लेकिन उनमें अभी तक मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल पाई हैं?

इन कॉलोनियों में सीवरेज व पेयजल संबंधी कार्यो पर काम चल रहा है। अन्य कार्यो के लिए टेंडर लगाए गए हैं। जल्दी ही यह प्रक्रिया पूरी जाएगी। सभी कॉलोनियों में बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध करवाना हमारी प्राथमिकता है।

लंबे समय से नगर निगम कार्यालय में कर्मचारियों के पद रिक्त पड़े हैं। इस दिशा में क्या प्रयास हैं?

सभी रिक्त पदों की रिपोर्ट बनाकर सरकार को भेजी हुई है। इस मामले को लेकर सीएम मनोहर लाल से बात हुई है। कर्मचारियों के रिक्त पद जल्दी ही भरे जाएंगे।

शहर में शुरू किए विकास कार्य कछुआ गति से चल रहे हैं। कई जगह घटिया किस्म की निर्माण सामग्री प्रयोग करने के भी आरोप लग रहे हैं?

शहर में चल रहे विकास कार्यो को लेकर अधिकारियों की बैठक ली थी। निर्माण कार्यो में किसी भी स्तर पर अनियमितता बरतने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। बेशक वह अधिकारी हो या फिर ठेकेदार। हम अपने स्तर पर मोनिटरिग कर रहे हैं।

डेयरी कांप्लेक्स बनाए जाने के बावजूद शहर की विभिन्न कॉलोनियों में डेयरियां चल रही हैं। कांप्लेक्स में व्यवसायियों को मूलभूत सुविधाएं न दिए जाने के भी आरोप लग रहे हैं?

सभी डेयरी कांप्लेक्स में मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। सभी डेयरी संचालकों को कांप्लेक्स में शिफ्ट करने को लेकर अधिकारियों की बैठक भी ली गई। अगले माह सभी डेयरियां कांप्लेक्स में शिफ्ट हो जाएंगी।


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