बाइक स्लिप होने पर हुए विवाद में हुई ललित की हत्या, परिजनों ने कराया था दूसरे पर केस दर्ज
पुलिस ने जब जांच की तो सामने आया कि ललित की शिव कालोनी निवासी पाल यादव के साथ बाइक स्लिप होने पर बहस हुई थी।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर :
कैंप की नवाब कालोनी निवासी ललित मर्डर केस की जांच में पूरी कहानी बदल गई। पहले उसके दोस्त के साले कर्ण पर हत्या का आरोप लगाकर केस दर्ज करवाया गया। पुलिस ने जब जांच की, तो सामने आया कि ललित की शिव कालोनी निवासी पाल यादव के साथ बाइक स्लिप होने पर बहस हुई थी। उसने ही चाकू से उसकी गर्दन पर हमला कर जख्मी किया था, बाद में उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई थी। अब सीआइए वन की टीम ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। सीआइए प्रभारी राकेश मटोरिया के मुताबिक ललित के बयान पर मारपीट का केस दर्ज किया था। मौत के बाद हत्या की धारा जोड़ी गई। केस मृतक के बयान पर ही है। ये खामी भी रही :
मामले की जांच गांधी नगर पुलिस कर रही थी। घायल के बयान देने के बाद भी आरोपित को दबोचा नहीं गया। कर्ण के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया। पुलिस मान रही थी कि मारपीट का मामला है आपस में ही निपट जाएगा। हत्या के बाद पुलिस के हाथ पांव फूले और अधिकारियों ने भी केस को गंभीरता से लिया। तब केस सीआइए को सौंपा गया। जिसके बाद आरोपित पकड़ा गया। विवाद हुआ था कर्ण के साथ भी :
कैंप निवासी 24 वर्षीय ललित के दोस्त हैप्पी ने घर से कुछ दूरी पर रहने वाली लड़की के साथ लव मैरिज की थी। एक जुलाई को हैप्पी पत्नी के साथ ससुराल जा रहा था। ललित भी उनके साथ था। ससुराल में हैप्पी व उसके साले कर्ण का विवाद हो गया। काफी बहस हुई थी। ललित ने भी बीच बचाव कराया। उसके साथ भी मारपीट हुई और धमकी मिली दी गई। इसके बाद वह वापस लौट आया था। रास्ते में बाइक स्लिप होने पर उसकी पाल यादव के साथ कहासुनी हो गई। जिस पर उसने चाकू से ललित की गर्दन पर पीछे से वार किया। उसकी 19 दिन बाद ट्रॉमा सेंटर में मौत हो गई। इस मामले में पुलिस ने पहले मृतक के स्वजनों के बयान पर कर्ण के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया था। सीआइए वन की टीम ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की, लेकिन उसका हत्या में कोई हाथ सामने नहीं आया। कई लोगों से पूछताछ के बाद पुलिस आरोपित तक पहुंची। आरोपित ने अपने एक दोस्त को इस वारदात के बारे में भी बताया था। यहीं से ही पुलिस को सुराग मिला। प्रेमिका ने भी कर लिया था सुसाइड :
19 जुलाई को ललित की मौत हो गई थी। उसकी हत्या से आहत होकर अगले ही दिन मंगेतर कैंप निवासी 18 वर्षीय तनीषा ने भी आत्महत्या कर ली थी। उसका और ललित का काफी समय से प्रेम प्रसंग चल रहा था, लेकिन उम्र कम होने की वजह से शादी नहीं हो सकी थी। एक साल पहले उनकी सगाई तय हो गई थी। जब ललित की हत्या हो गई, तो उसके साथ ही तनीषा गुमशुम थी बाद में दोनों का संस्कार एक ही दिन हुआ था।