घर-घर हुआ कंजक पूजन, पांव छूकर लिया आशीर्वाद
नवरात्रों में शनिवार को अष्टमी व नवमी के अवसर पर घर-घर कंजक पूजन हुआ। एक ही दिन में अष्टमी व नवमी होने से लोग समय को लेकर दुविधा में रहे। वे यहां वहां फोन कर पूछते रहे कि कन्या पूजन का शुभ समय कौन सा है।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : नवरात्रों में शनिवार को अष्टमी व नवमी के अवसर पर घर-घर कंजक पूजन हुआ। एक ही दिन में अष्टमी व नवमी होने से लोग समय को लेकर दुविधा में रहे। वे यहां वहां फोन कर पूछते रहे कि कन्या पूजन का शुभ समय कौन सा है। लोगों को कन्याओं को घर में बुलाकर उन्हें हलवा, पूरी, फल व मिष्ठान भेंट किए। इसी के साथ ही लोगों ने अपने व्रत पूरे किए। लोगों ने कन्याओं के पांव छूकर उनसे सुख समृद्धि का आशीर्वाद भी लिया। ग्रामीण क्षेत्र में तो कन्याओं को एक के बाद एक कई-कई घरों में पूजन के लिए बुलाया गया। इस बार खास बात यह रही कि कोरोना वायरस के कारण स्कूल बंद रहने लोगों को पूजन के लिए कन्याएं आसानी से मिल गई। मंदिरों के बाहर भी लोगों ने कन्याओं को भोजन कराया। अष्टमी पर हुआ भंडारा
संस, रादौर : कालेज रोड स्थित संतोषी माता मंदिर में अष्टमी अवसर पर भंडारे का आयोजन किया गया। जिसमें सैकड़ों लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया। लोगों ने संतोषी माता मंदिर में पूजा अर्चना की। भंडारे के आयोजक ग्राम सचिव राकेश शर्मा ने बताया कि वर्ष में दो बार उनके परिवार की ओर से अष्टमी पर श्रद्धालुओं के लिए भंडारे का आयोजन किया जाता है। जिसमें लोग बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं। संतोषी माता मंदिर को लेकर लोगों में काफी आस्था है। मौके पर बीडीपीओ कंवरभान नरवाल, सुनील आहूजा, आनंद गौड़, नीरज दीक्षित, एडवोकेट अशोक जुनेजा, विक्रम सैनी, सतीश कांबोज, भारती, यजत शर्मा, पुलकित शर्मा, श्यामलाल, रोहित शर्मा, रमेश शर्मा, रमेश अरोड़ा, देवेंद्र शर्मा मौजूद थे। पांव धोकर लिया आशीर्वाद
संस, सरस्वती नगर: क्षेत्र में भी श्रद्धा के साथ कन्या पूजन हुआ। कुछ लोगों ने शुक्रवार को कन्याओं का पूजन अष्टमी पर कर लिया था। जबकि अन्य ने शनिवार को अष्टमी-नवमी पर कंजकों का पूजन किया। लोगों ने कंजको को हलवा पूरी के साथ-साथ कई तरह के उपहार दिए। कंजकों के घर में आते ही उनके पांव धोए और जाते समय उनके पांव छूकर आशीर्वाद लिया।