Move to Jagran APP

सौभाग्य से मिलता है विधान में बैठने का अवसर : सुनीता

श्री महावीर दिगंबर जैन मंदिर रेस्ट हाउस रोड के प्रांगण में ब्रह्मचारिणी सुनीता के सानिध्य में 16 दिवसीय श्री शांति विधान महापाठ का शुभारंभ किया गया। अध्यक्षता मंदिर प्रधान अजय जैन ने की तथा संचालन महामंत्री पुनीत गोल्डी जैन ने किया।

By JagranEdited By: Published: Thu, 13 Sep 2018 12:25 AM (IST)Updated: Thu, 13 Sep 2018 12:25 AM (IST)
सौभाग्य से मिलता है विधान में बैठने का अवसर : सुनीता
सौभाग्य से मिलता है विधान में बैठने का अवसर : सुनीता

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : श्री महावीर दिगंबर जैन मंदिर रेस्ट हाउस रोड के प्रांगण में ब्रह्मचारिणी सुनीता के सानिध्य में 16 दिवसीय श्री शांति विधान महापाठ का शुभारंभ किया गया। अध्यक्षता मंदिर प्रधान अजय जैन ने की तथा संचालन महामंत्री पुनीत गोल्डी जैन ने किया।

loksabha election banner

सुनीता ने कहा कि बहुत वर्षो के पश्चात पर्युषण पर्व के अवसर पर 16 दिवसीय पखपाड़ा पड़ा है। ऐसे समय में भगवान शांतिनाथ का विधान करना बहुत ही सौभाग्य की बात है। विधान में सबसे पहले मंडल पर चार भागों में अर्घ चढ़ाये जाते है। प्रथम भाग में आठ अर्घ चढ़ा कर गोला चढ़ाया जाता है, दूसरे भाग में 16 अर्घो के साथ महाअर्घ अíपत किया जाता है। इसी प्रकार तीसरे भाग में 32 अर्घो के साथ श्रद्धालु अपनी श्रद्धा और भावना प्रस्तुत करते है। इसमें कहा जाता है कि प्रभु मुझे शक्ति प्रदान करे, जिससे मैं तप-त्याग व तपस्या की सीढ़ी में सफलता प्राप्त कर सकूं। उन्होंने आगे बताया कि इस विधान में बैठने से जो भी भक्त सच्चे हृदय से श्रद्धा और विश्वास के साथ नियमानुसार पाठ करता है और उसे अच्छे कर्मा के साथ फल मिलता है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.