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हनुमान गेट से गुरुद्वारे तक की सड़क को तारकोल ईंट नहीं कंक्रीट की बनाई जाए

संवाद सहयोगी, जगाधरी: तारकोल और ईंट की नहीं, सीमेंट और कंक्रीट की सड़क बनाई ज

By JagranEdited By: Published: Sun, 14 Jan 2018 10:35 PM (IST)Updated: Sun, 14 Jan 2018 10:35 PM (IST)
हनुमान गेट से गुरुद्वारे तक की सड़क को 
तारकोल ईंट नहीं कंक्रीट की बनाई जाए
हनुमान गेट से गुरुद्वारे तक की सड़क को तारकोल ईंट नहीं कंक्रीट की बनाई जाए

संवाद सहयोगी, जगाधरी: तारकोल और ईंट की नहीं, सीमेंट और कंक्रीट की सड़क बनाई जाए। यह बात हनुमान गेट कॉलोनी वार्ड नंबर तीन और चार के लोगों ने हनुमान गेट से बड़े गुरुद्वारे को जा रही टूटी सड़क के बारे में कहा। यह सड़क जगह-जगह से टूट चुकी है। बजरी से तारकोल निकल चुका है। हनुमान गेट से बड़े गुरुद्वारे तक सड़क पर बजरी बिखरी पड़ी है। पैदल राहगीर गड्ढों से ठोकर लगने से और वाहन चालक बजरी पर फिसलकर चोटिल हो रहे हैं। करीब पांच साल पहले बनी सड़क का रेशा-रेशा उखड़ चुका है।

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हनुमान गेट और गुरुद्वारे की ओर सड़क ऊंची होने, वार्ड नंबर तीन और चार में चल रहे तबेले से सड़क नालियों में जमा हो रहे गोबर की वजह से बारिश में जाम नालियों से पानी की निकासी नहीं हो पाती है। बारिश का सारा पानी सड़क के बीच में आकर जमा हो जाता है, जिससे सड़क टूट पूरी तरह टूट चुकी है। सड़क को बनाने के लिए वार्ड के पार्षदों से लेकर विधानसभा स्पीकर तक से वार्ड के लोगों ने गुहार लगाई। बीते नवंबर माह में सड़क बनने के लिए पास भी हो चुकी है। इसके बाद भी सड़क बनाने का काम अभी तक शुरू नहीं हुआ। वार्ड के पार्षदों का कहना है कि पानी की निकासी न होने की वजह से ही सड़क टूट रही है। पानी निकासी की समस्या पूरे जगाधरी में है। यही समस्या हनुमान मंदिर रोड पर भी आ रही है। दैनिक जागरण ने सड़क से जुड़ी समस्याओं को लेकर हनुमान गेट के लोगों से बात की तो उन्होंने यह प्रतिक्रिया दी।

फोटो-25सी

करीब पांच साल पहले हनुमान गेट से गुरुद्वारे तक की सड़क बनाई गई। तारकोल बजरी की सड़क पर पानी जमा होने से सड़क ज्यादा समय नहीं चल सकी। पिछले तीन सालों से लोग टूटी सड़क से आवाजाही कर रहे हैं। बारिश में सड़क जानलेवा हो जाती है। लोग सड़क पर मौजूद गड्ढों में गिर पड़ते हैं। सुनने में आया है कि सड़क पास हो गई है। लेकिन सड़क तारकोल और ईंट की नहीं सीमेंट और कंक्रीट की बननी चाहिए नहीं तो फिर सड़क टूट जाएगी।

सरदार स्वर्ण ¨सह, हनुमान गेट

फोटो-25

बारिश में सड़क पर चार-चार फुट पानी जमा हो जाता है। कारण यह कि सड़क के दोनों ओर मौजूद नालियों में गोबर जमा होने से पानी की निकासी नहीं हो पाती है। वार्ड नंबर तीन और चार में बहुत सारे तबेले हैं जहां से गोबर बहकर नालियों में आ रहा है। नालियों की छह-छह माह सफाई नहीं होती और बारिश का पानी सड़क पर एकत्र होकर सड़क तोड़ रहा है। नालियों की सफाई होने के साथ-साथ सड़क को सीमेंट और कंक्रीट का बनाया जाए तब जाकर यहां के लोगों को आवागमन में दिक्कत नहीं होगी।

गौरव, हनुमान गेट

फोटो-25 ए

हनुमान गेट से गुरुद्वारे तक सड़क पर बजरी बिखरी पड़ी है। आने-जाने वाले पैदल राहगीर और वाहन चालक बजरी पर फिसलकर चोटिल हो रहे हैं। सड़क बनाने के बाद थोड़े समय के बाद ही टूटने लगी। अब तो सड़क पर जगह-जगह गड्ढे पड़ गए हैं। यह मेन बाजार की सड़क है। इसके लिए सांसद, वार्ड के पार्षदों और विधान सभा स्पीकर से गुहार लगाई जा चुका है। सड़क पास होने की बात का पता चला है फिर भी अभी तक सड़क बनाने का काम शुरू नहीं हुआ है।

¨ट्वकल, हनुमान गेट

फोटो-25 बी

हनुमान गेट और गुरुद्वारे साइड में सड़क ऊंची है। बीच में सड़क का लेबल काफी नीचा है। बारिश का सारा पानी यहीं आकर जमा हो जाता है। बारिश में घुटने भर पानी में लोग गुरुद्वारे तक जाते हैं। महिलाओं और छोटे बच्चों को काफी परेशानी होती है। पिछले तीन वर्षों से लोग इस दिक्कत को झेल रहे हैं। सड़क पास होने की खबर सुनने को आ रही है। बनना कब से शुरू होगा यह पता नहीं चल रहा है।

अरुण कुमार, हनुमान गेट

फोटो-25डी

सड़क दो वार्डों, वार्ड नंबर तीन और चार के बीच पड़ती है। पानी निकासी का इंतजाम न होने से सड़क टूट गई है। पहले शहर का पानी तालाबों में चला जाता था। अब कोई तालाब नहीं बचा जिसमें शहर का पानी एकत्र हो। पूरे जगाधरी में पानी निकासी की समस्या है। सड़क बनाने के लिए पास हो चुकी है। सड़क का टेंडर लगा हुआ था। 12 जनवरी को टेंडर खुलने वाला है।

प्रमोद सेठी, पार्षद वार्ड नंबर चार जगाधरी


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