डिपो पर कीड़े वाला आटा हुआ सप्लाई, मिल पर कार्रवाई की बजाय अधिकारी निकाल रहे मौसम का कसूर
सस्ते अनाज के डिपो से बीपीएल परिवारों को दिए जाने वाले आटे की क्वालिटी घटिया आ रही है। डिपो से मिल रहे राशन में कीड़े निकल रहे हैं। अब तक कई गांवों में आटे में कीड़े निकल चुके हैं। कुछ जगह आटे के डले बने हुए थे। रतनपुरा गांव में तो लोगों ने आटे में कीड़े निकलने के बाद काफी हंगामा भी किया था। तब लोगों ने इस मामले की शिकायत यमुनानगर विधायक घनश्याम दास अरोड़ा से भी की थी।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर :
सस्ते अनाज के डिपो से बीपीएल परिवारों को दिए जाने वाले आटे की क्वालिटी घटिया आ रही है। डिपो से मिल रहे राशन में कीड़े निकल रहे हैं। अब तक कई गांवों में आटे में कीड़े निकल चुके हैं। कुछ जगह आटे के डले बने हुए थे। रतनपुरा गांव में तो लोगों ने आटे में कीड़े निकलने के बाद काफी हंगामा भी किया था। तब लोगों ने इस मामले की शिकायत यमुनानगर विधायक घनश्याम दास अरोड़ा से भी की थी। जिसके बाद आनन फानन में आटे को बदल दिया गया। घटिया क्वालिटी का आटा सप्लाई करने वाली फ्लोर मिलों के संचालकों पर कार्रवाई करने की बजाय अधिकारी मौसम का कसूर निकाल रहे हैं। बता दे कि जिले में 600 डिपो हैं। इनसे एक लाख 88 हजार 94 कार्ड होल्डरों को राशन सप्लाई होता है। तीन मिल में तैयार हो रहा आटा :
डिपो पर खाद्य एवं आपूर्ति विभाग व हैफेड द्वारा जो राशन भेजा जाता है वह जिले की तीन फ्लोर मिल में तैयार हो रहा है। इस वक्त साढौरा, जटहेड़ी व ईशोपुर की मिल में सप्लाई हो रहा है। रतनपुरा, कलानौर, बसंतपुरा व नया गांव समेत कई जगहों पर साढौरा मिल से आटा डिपो पर भेजा गया था। लोगों ने कीड़े वाला आटा लेने से मना किया तो मिल संचालकों ने आटे को बदल दिया। रतनपुरा गांव में करीब 69 क्विटल आटा आया था जिसमें कीड़े थे। लोग जता चुके हैं विरोध :
प्रतापनगर के डिपो होल्डर पर आया खराब आटा डिपो होल्डर द्वारा बीपीएल कार्ड धारकों को बांटा नहीं जा सका। बीपीएल कार्ड धारकों ने विरोध भी जताया था। डिपो पर करीब 25 क्विंटल खराब आटा आया। डिपो से करीब 100 बीपीएल कार्ड धारकों को आटा मिलता है। डिपो संचालक संजीव कुमार ने बताया कि सितंबर माह के आखिर में राशन आया। जिसमें 25 क्विंटल आटा खराब आया। उसे वापस करने को लेकर विभाग के पास लिखित में शिकायत भेजी थी। बसंतपुरा गांव में 23 क्विंटल आटा 27 सितंबर की सुबह भेजा गया। दोपहर को जब इसे बांटने लगे तो इसमें कीड़े देखे गए। कुछ लोग आटा घर ले जा चुके थे वह भी आटे को वापस डिपो पर लेकर गए। जहां मिल संचालकों ने 28 सितंबर को इसे बदला। महीने के आखिर में राशन पहुंचने से लोग परेशान :
बीपीएल, ओपीएच व एएवाई परिवारों को पांच किलोग्राम आटा प्रति व्यक्ति की दर से दिया जाता है। कार्ड धारक जगतार, मुकेश कुमार का कहना है कि आटे में निकल रहे कीड़े इस बात का सबूत है कि कहीं न कहीं गड़बड़ की जा रही है। हो सकता है कि पुराना आटा थैलियों में पैकिग कर डिपो पर दे दिया गया हो। मिल संचालकों ने आटे को बदल तो दिया। परंतु नुकसान से बचने के लिए हो सकता है वह कीड़े वाले आटे को दोबारा प्रोसेस कर डिपो पर भेज दें। कीड़े मिला हुआ आटा खाने से कोई बीमार हो गया तो उसका जिम्मेदार कौन होगा। वह इसकी शिकायत सीएम को भेजेंगे। फोटो : 7
बरसात का मौसम है : कुशल बूरा
जिला खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी कुशल बूरा का कहना है कि यह बरसात का मौसम है। नमी के कारण इन दिनों हमारे घर के आटे में भी कीड़े हो जाते हैं। रतनपुरा समेत कुछ गांवों में कीड़े वाला आटा सप्लाई हुआ था। उसे बदलवा दिया था। यदि किसी गांव में दिक्कत है तो आटे को बदलवा देंगे।