पूर्व मंत्री निर्मल ¨सह के बेटे और रिश्तेदार पर अवैध खनन का केस
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : बेलगढ़ में अवैध खनन करने के मामले में अब पूर्व मंत्री बेलगढ़ में अवैध खनन करने के मामले में अब पूर्व मंत्री निर्मल ¨सह के बेटे उदयवीर उर्फ सोनू और उनके रिश्तेदार सुलतान फंस गए हैं। इ
जागरण संवाददाता, यमुनानगर :
बेलगढ़ में अवैध खनन करने के मामले में अब पूर्व मंत्री निर्मल ¨सह के बेटे उदयवीर उर्फ सोनू और उनके रिश्तेदार सुलतान फंस गए हैं। इन पर कन्यावाला गांव निवासी रवि शर्मा ने अवैध माइ¨नग के आरोप हैं। इस मामले में चार फरवरी को खनन विभाग को शिकायत हुई थी।
कन्यावाला के रवि शर्मा की पूर्व मंत्री निर्मल ¨सह के फार्म हाउस के पास डेढ़ एकड़ जमीन है। आरोप है कि इस जमीन पर निर्मल ¨सह के बेटे उदयवीर और साथी सुल्तान ने माइ¨नग की। उनकी जमीन को जेसीबी से खोद डाला। रवि शर्मा ने विरोध किया तो धमकी दी गई। शिकायत पर माइ¨नग टीम के इंस्पेक्टर ओमदत्त शर्मा ने जांच की। जांच के बाद अब खिजराबाद थाने में शिकायत दी गई और केस दर्ज हो गया। थाना प्रभारी लज्जा राम का कहना है कि माइ¨नग विभाग की सिफारिश पर पूर्व मंत्री के बेटे सहित दो लोगों पर केस दर्ज किया है। पहले पूर्व मंत्री पर दर्ज हुआ था केस
इससे पहले खिजराबाद थाने में ही पूर्व मंत्री निर्मल ¨सह और उनके भांजे सुल्तान समेत 15 लोगों पर हत्या की कोशिश सहित आठ धाराओं में केस दर्ज हुआ था। इसमें उनकी गिरफ्तारी भी हुई थी। आरोप था कि यमुना नदी के बांध से होते हुए पूर्व मंत्री निर्मल ¨सह जमीन के साथ कच्चा गोहर कन्यावाला गांव से लाक्कड़ जाता है। इस रास्ते पर पूर्व मंत्री ने जेसीबी मशीन चलवा दी। इस बारे में पंचायत भी हुई। इसमें तय हुआ कि खुद ही इस रास्ते को क्रशर संचालक ठीक कराएंगे। जब वह रास्ते को ठीक करवा रहे थे तो निर्मल ¨सह, सुल्तान ¨सह, असलम दौलतपुर, ककड़ोनी निवासी रामू, बल्लेवाला निवासी छोटा असलम, डम्पर से ¨हदुओवाला निवासी मनन, संदीप और ट्रैक्टर से अब्दुल और रोहित पहुंचे थे। निर्मल ¨सह ने उन्हें रोकते हुए गोली चला दी थी। यह भी बेलगढ़ में दिक्कत :
दरअसल, बेलगढ़ एरिया फ्लड का है। फ्लड के कारण यहां पर निशानदेही में दिक्कत आती है। यहां पर अक्सर निशानदेही न होने की वजह से विवाद का कारण बनता है। दबंग जमीन पर कब्जे कर लेते हैं। बेलगढ़ में सबसे बड़ा खनन जोन है। इस वजह से यह एरिया भी माइ¨नग करने वालों के लिए मुफीद है। प्रशासन भी माइ¨नग करने वालों के बीच में नहीं पड़ता। जब कोई विवाद होता है, तो प्रशासन निशानदेही करवाता है। हालांकि बाद में मामला दोनों पक्षों के बीच सहमति से ही निपटता है। निशानदेही को लेकर भी कोई पक्ष संतुष्ट नहीं होता। कई मामले कोर्ट में भी चल रहे हैं। इस एरिया में अच्छा पत्थर और मोटा रेत है। यहां का कच्चा माल महंगे दामों में बिकता है।