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बिजली निगम के पोल पर चल रहा केबल की तार का अवैध धंधा

बिजली निगम के सहारे केबल का धंधा बेरोकटोक चल रहा है। बिजली के पोल से ही घर-घर तक केबल पहुंचाया जा रहा है। अब यह केबल शहर से निकलकर गांव व कस्बों तक इन पोल के सहारे पहुंच गई है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 28 Aug 2018 01:08 AM (IST)Updated: Tue, 28 Aug 2018 01:08 AM (IST)
बिजली निगम के पोल पर चल रहा केबल की तार का अवैध धंधा
बिजली निगम के पोल पर चल रहा केबल की तार का अवैध धंधा

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : बिजली निगम के सहारे केबल का धंधा बेरोकटोक चल रहा है। बिजली के पोल से ही घर-घर तक केबल पहुंचाया जा रहा है। अब यह केबल शहर से निकलकर गांव व कस्बों तक इन पोल के सहारे पहुंच गई है। बिजली निगम भी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। हालात यह है कि पोल पर इन केबल तारों का जाल बना हुआ है। जिससे बिजली सप्लाई भी ठप होती रहती है। लेकिन अधिकारियों की मिलीभगत से यह धंधा अवैध तरीके से चल रहा है। पिछले दिनों डीसी को शिकायत भी इस संबंध में दी गई, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।

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आरटीआइ में यह मिली थी जानकारी

तेजली गेट निवासी प्रभजोत ¨सह ने बिजली के पोल से केबल के तार जाने के संबंध में आरटीआइ मांगी थी। आरटीआइ में केबल के तार बिजली के पोल से जाने के संबंध में अलग-अलग ¨बदुओं पर जानकारी मांगी गई थी, जिसके जवाब में बिजली निगम की ओर से बताया गया कि 2007 के बाद से पूरे प्रदेश में यह नियम बदल दिया गया था, क्योंकि केबल तारों की वजह से कर्मचारियों को करंट लगने का खतरा है और इसकी वजह से घरेलू उपकरण भी जल सकते हैं। इस केबल को सहारा देने के लिए लोहे की तार बांधी जाती है। जो अक्सर बिजली की तार से टकरा जाती है। इसलिए सभी जगहों से केबल के तार उतरवा ली गई है।

पहले वसूले जाते थे 50 हजार रुपये :

2007 से पहले बिजली निगम केबल का धंधा करने वालों से 40 से 50 हजार रुपये वसूलता था। उस समय केबल केवल शहरों में ही होता था। यमुनानगर व जगाधरी के कुछ ही घरों में केबल जाता था। अब हालात यह है कि पूरे जिले में केबल है और यह केबल बिजली के पोल से ही लोगों के घरों तक जा रही है।

सीएम ¨वडो पर भी डाली शिकायत

आरटीआइ में जानकारी मिलने के बाद प्रभजोत ने सीएम ¨वडो पर इस संबंध में शिकायत दी। तीन महीने तक शिकायत सीएम ¨वडो पर लटकी रही। बाद में जवाब आया कि जल्द ही सभी केबल तार उतारी जाएंगी, लेकिन कार्रवाई सिर्फ कागजों तक सीमित रही। बाद में डीसी गिरीश अरोड़ा को दी गई, तो उन्होंने एक्सइएन के नाम कार्रवाई के लिए शिकायत भेजी। अब दो महीने से यह शिकायत एक्सइएन के पास पें¨डग है।

पहले नोटिस दिया था

बिजली निगम के एक्सईएन कुलवंत ¨सह का कहना है कि पहले केबल चलाने वालों को नोटिस दिया था। लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। तेजली गेट के पास से केबल तारें पोल से उतरवा दी गई है। पूरे जिले से केबल की तारें उतरवाएंगे। इसके लिए एसडीओ को आदेश दिए गए हैं।

कोट्स :

पूरे जिले में बिजली के पोल से ही केबल के तार जा रहे है। इस संबंध में एक्सईएन को कहा गया है। यदि कोई कार्रवाई नहीं होती है, तो विभागीय कार्रवाई की जाएगी।

-योगराज ¨सह, एसई, बिजली निगम।


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