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प्रचंड हुई गर्मी : दिनभर बरसी आग, एडवाइजरी जारी

चिलचिलाती गर्मी और लू के थपेड़ों ने लोगों को परेशान कर दिया। मंगलवार को यमुनानगर जिले का अधिकतम तापमान 43 व न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस रहा है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 27 May 2020 09:45 AM (IST)Updated: Wed, 27 May 2020 09:45 AM (IST)
प्रचंड हुई गर्मी : दिनभर बरसी आग, एडवाइजरी जारी
प्रचंड हुई गर्मी : दिनभर बरसी आग, एडवाइजरी जारी

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : चिलचिलाती गर्मी और लू के थपेड़ों ने लोगों को परेशान कर दिया। मंगलवार को जिले का अधिकतम तापमान 43 व न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस रहा है। लू के थपेड़ों ने लोगों को सुबह से शाम साढ़े सात बजे तक परेशान किया। बचने के लिए लोग अपने चेहरे पर कपड़ा बांध कर और हेलमेट पहन कर चल रहे हैं इसके बावजूद उन्हें कोई राहत नहीं मिल रही। दिन के समय सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहता है। उधर, मौसम विभाग के विशेषज्ञों के मुताबिक आगामी दिनों में तापमान में गिरावट आएगी। शुक्रवार से रविवार तक बारिश हो सकती है।

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दिन चढ़ने साथ बढ़ी गर्मी

मंगलवार अब तक का सबसे गर्म दिन रहा। सुबह नौ बजे से पहले ही गर्म हवाएं चलने लगी। जैसे-जैसे दिन चढ़ता गया गर्मी के तेवर भी तेज होते गए। 11 बजे तक लू प्रचंड रूप ले चुकी थी। लू के कारण लोगों का घरों से बाहर निकलना भी दूभर हो गया। लू से बचने के लिए लोग घर पर रहना ही पसंद कर रहे हैं। सारा दिन सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहता है। विशेषज्ञों के मुताबिक न केवल मनुष्य बल्कि पशुओं पर भी गर्मी का प्रतिकूल असर देखा जा रहा है। पशु हीट स्ट्रोक की चपेट में आने लगे हैं और दूध उत्पादन भी घटकर करीब आधा रह गया है। ऐसे में पशुओं की ओर ध्यान देना भी जरूरी है। पशुओं के कमरे में हवा का विशेष प्रबंध करें और समय-समय पर पानी पिलाते रहें।

बचाव के लिए जारी की एडवाइजरी

गर्मी से बचाव के लिए राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से एडवाइजरी जारी की है। इसके मुताबिक स्थानीय मौसम संबंधी गतिधियों को लेकर अपडेट रहें। जितना अधिक हो सके, पानी पिएं, हल्के रंग के ढीले व सूती कपड़े पहनें, चश्मे, छाता, टोपी व छाते का प्रयोग करें, यात्रा करते समय पानी साथ रखें, शहरी को पुन: हाइड्रेट करने के लिए ओआरएस, घर पर बनी लस्सी, नींबू पानी व छाछ का इस्तेमाल करें। कमजोरी, चक्कर आना, सिर दर्द, मितली व दौरे के लक्षण देखे जाने पर तुरंत चिकित्सक से परामर्श करें। जानवरों को छाया में रखें और पर्याप्त पानी पिलाएं, घर को ठंडा रखें, रात के समय खिड़कियां खोल दें, ठंडे पानी से स्नान करें।

यह न करें

खड़े किए गए वाहनों में बच्चों व पालतू जानवर को न छोड़ें, दोपहर 12 से तीन बजे तक बाहर जाने से बचें, भारी काले व तंग कपड़े न पहनें, तापमान अधिक होने की स्थिति में श्रमयुक्त कार्य करने से बचें, शराब, चाय, काफी व कार्बोनेटेड शीतल पेय से बचें। ये शरीर में पानी की कमी करते हैं। उच्च प्रोटीन युक्त व बासी भोजन न खाएं।

वर्जन

अत्यधिक तापमान की वजह से खाने में बैक्टीरिया बहुत तेजी से पनपते हैं, जिससे फूड पायजनिग होने की संभावना बनी रहती है। सड़क किनारे बिकने वाले खाने-पीने के सामान भी बीमारी का कारण बन सकते हैं। फास्ट फूड से परहेज करें। किसी भी खाद्य या पेय पदार्थ का सेवन करने से पहले उसकी शुद्धता की परख करना जरूरी है। जूस पीना गलत नहीं है, लेकिन यह सुनिश्चत कर लें कि जूस बनाते समय सफाई का कितना ख्याल रखा जा रहा है। बेहतर होगा यदि घर पर बने पेय पदार्थों का सेवन किया जाए।

-डॉ. विजय दहिया, सीएमओ, यमुनानगर।


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