मंधार गांव में सादगी से मनाया जाता है होली का पर्व
संवाद सहयोगी रादौर क्षेत्र के गांव मंधार में होली का पर्व सादगी के साथ मनाया जाता है। 1974
संवाद सहयोगी, रादौर : क्षेत्र के गांव मंधार में होली का पर्व सादगी के साथ मनाया जाता है। 1974 में तत्कालीन आर्य समाज के प्रधान व राज्यमंत्री कर्णदेव कांबोज के पिता श्रद्धानंद कांबोज व अन्य ग्रामीणों ने संयुक्त रूप से यह निर्णय लिया था कि गांव में होली के पर्व पर कार्यक्रम में सत्संग, भजन, हवन करके त्यौहार मनाते हैं।
आर्य समाज मंधार के प्रधान यशपाल आर्य, विद्याभूषण, मानसिंह आर्य, कुलदीप आर्य, प्रेमपाल, लज्जाराम, सत्यादेव आर्य आदि ने बताया कि उनका गांव आर्य समाज का अनुयायी है। हर वर्ष होली के उपलक्ष में दो दिन गांव में कार्यक्रम चलते है। इन कार्यक्रमों में हवनयज्ञ, सत्संग, प्रचार व धार्मिक गीतों से लोगों में ज्ञान बांटा जाता है। इसी दौरान धार्मिक गीतों से गांव के लोग मनोरंजन करते है। देर रात तक कार्यक्रम चलता रहता है। युवा पीढ़ी को आर्य समाज से जोड़ने के लिए होली के अवसर पर यह कार्यक्रम खासतौर पर आयोजित होता है।