दादुपुर हेड पर पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बनेगा ऐतिहासिक रहट
दादूपुर हेड स्थित पश्चिमी यमुना नहर पर नए सिरे से रहट लगाई जा रही है। यह यमुनानगर से मधु पेट्रोल पंप के संचालक रणदेव त्यागी के सहयोग से होने जा रहा है। उनकी योजना यहां म्यूजियम बनाने की भी है।
रविद्र चौहान, छछरौली :
अंग्रेजों के जमाने से नहरों से सिचाई के लिए लगाए गए रहट को अब आने वाली पीढ़ी भी देख सकेगी। इसके लिए बकायदा दादूपुर हेड स्थित पश्चिमी यमुना नहर पर नए सिरे से रहट लगाई जा रही है। यह यमुनानगर से मधु पेट्रोल पंप के संचालक रणदेव त्यागी के सहयोग से होने जा रहा है। उनकी योजना यहां म्यूजियम बनाने की भी है। सिचाई विभाग से मिली जानकारी के अनुसार सन 1872 में ब्रिटिश हुकूमत ने दादूपुर हैड स्थित नहर बनाने के साथ ही नहर के बीच में बने पार्क में सिचाई के उद्देश्य से रहट लगाया था। करीब तीन लाख रुपये रणदेव इसके लिए खर्च करेंगे। रणदेव का कहना है कि आने वाली पीढ़ी को पता लग सके कि पहले हमारे पूर्वज किस तरह से जीवन यापन करते थे। रहट को देखने के लिए पर्यटक आएंगे। कीकर की लकड़ी से बना रहे हैं चार कारीगर:
पनचक्की के निर्माण के लिए यमुनानगर से चार कारीगरों को बुलाया गया है। जो रहट के निर्माण में स्पेशल कीकर की लकड़ी लगा रहे हैं। बताते हैं कि कीकर की लकड़ी में दीमक नहीं लगती और ना ही पानी में गलती है। पार्क में संग्रहालय बनाने की योजना: त्यागी
रहट का निर्माण करवाने वाले समाजसेवी रणदेव त्यागी का कहना है कि पार्क में म्यूजियम बनाने की योजना है। उनका कहना है कि अंग्रेजों के समय की मशीनरी यहां गोदाम में धूल फांक रही है। उसको यहां प्रदर्शित किया जाए। ताकि आने वाली पीढ़ी को भी पता चले कि पुराने समय में सिचाई कैसे होती थी और उनके बड़े बुजुर्ग अपना जीवन कैसे जिया करते थे। उनका कहना है कि वह इसके लिए भी तैयार हैं कि अगर विभाग गोदाम में पड़े स्क्रैप को मुझे बेच दें तो वह खरीद कर यहां डिस्प्ले कर उनको ही गिफ्ट कर देंगे। इस बारे में दादूपूर जल सेवा मंडल के एक्सईएन हरिदेव कंबोज ने बताया की लंबे समय से यहां नहर पर लगा रहट खस्ता हालत में था। अब समाजसेवी रणदेव त्यागी के सहयोग से जनता के लिए दोबारा लगाया जा रहा है।