संगत को प्रसाद के रूप में बांटे औषधीय पौधे
फोटो 25 जागरण संवाददाता यमुनानगर गुरु नानक खालसा कॉलेज में गुरु हर राय जी का गुरत
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जागरण संवाददाता, यमुनानगर : गुरु नानक खालसा कॉलेज में गुरु हर राय जी का गुरता गद्दी दिवस विश्व सिख पर्यावरण दिवस के रूप में मनाया गया। डेरा संतपुरा के हजूरी रागी हरजीत सिंह, मनमोहन सिंह और गुरचरण सिंह ने गुरु की वाणी का मनोहारी कीर्तन किया। विशिष्ट अतिथि के रूप में यमुनानगर विधायक घनश्याम दास अरोड़ा रहे। इसके अलावा पूर्व एमसी संगीता सिघल, हरियाणा पंजाबी साहित्य अकादमी पंचकूला के डिप्टी चेयरमैन डॉ. एनएस विर्क, कॉलेज के वित सचिव अमरदीप सिंह, मेजर आरएस भट्टी, उर्जित सिंह ने भी अपने विचार रखे।
कॉलेज के प्राचार्य डॉ. मंदीप सिंह ने कॉलेज प्रबंधक समिति के सरपरस्त भूपिद्र सिंह जौहर व अन्य का स्वागत करते हुए कहा कि गुरु हर राय का जीवन गुरुता गद्दी मिलने के बाद पूर्ण रूप से बदल गया था। वह संपूर्ण प्रकृति के प्रति संवेदनशील हो गए थे जिसके चलते उन्होंने जहां हमें प्रभु भक्ति करने की प्रेरणा दी वहीं पौधरोपण सामजिक और सांस्कृतिक जिम्मेदारी मान कर लोगों को इस पुनीत कार्य में भाग लेने के लिए प्रेरित किया। अहिसा और विश्व शांति को परम धर्म और परम कर्तव्य मानते हुए गुरु हर राय ने बीमार पशु, पक्षियों की सेवा की और उनका ईलाज करके उनके लिए सुरक्षित वन उपलब्ध करवाए। डॉ. एनएस विर्क ने कहा कि गुरु जी एक सच्चे पर्यावरण प्रेमी थे जिन्होंने जीवन में परमात्मा की प्रतिभा और कृतियों से प्यार किया। गुरु की नगरी किरतपुर साहिब को बागों और पार्कों का सुंदर शहर बनाया। इसलिए उनका गुरता गद्दी दिवस पूरे विश्व में पर्यावरण दिवस कर रूप में मनाया जाता है। कॉलेज के प्रोफेसर डॉ. अमरजीत सिंह ने कहा कि उनकी ओर से निर्मित नौलखा बाग में तो बेशकीमती जड़ी बूटियां और अन्य औषधीय पेड़ पौधे थे। बादशाह जहांगीर ने अपने बेटे दारा शिकोह के इलाज की लिए भी यहीं से जड़ी मंगवाई थी। कार्यक्रम के अंत में मुख्य अतिथि को सिरोपा देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में आई संगत को फूलदार, फलदार और औषधीय गुणों वाले पौधे प्रसाद के रूप में वितरित किए।