खुशबू की तरह है महापुरुषों का जीवन : पवन
संवाद सहयोगी, रादौर : संत निरंकारी सत्संग भवन में सत्संग करते हुए मुखी पवन ग्रोवर ने कहा कि
संवाद सहयोगी, रादौर : संत निरंकारी सत्संग भवन में सत्संग करते हुए मुखी पवन ग्रोवर ने कहा कि महापुरुषों का जीवन फूलों की भांति खुशबू वाला होता है। जो खुशबू होती है, ठंडक होती है उसी से
खुशी प्राप्त होती है। कांटों से कभी किसी को सुख नहीं मिलता। सबको ठंडी छाया ही देनी है। छायादार वृक्ष हमेशा दूसरों को छाया ही देते है, परंतु बांस के नीचे कोई बैठ जाए तो उसको छाया नसीब नहीं होती। इसलिए हमेशा सभी को खुशबू ही देनी है। खुशियां ही देनी है। उन्होंने फरमाया कि भक्तजन प्यार का जहान ही बसाते हैं। यही उत्तम योगदान है। संतों की दृष्टि, सम²ष्टि होती है जो सबको अपना मानते हैं। संतजन सद्मार्ग दिखाते हैं। जबकि संसार विचरित चाल चलता है। दूरबीन के लेंस से दूर की वस्तुएं नजदीक दिखाई देती है, लेकिन इसे उलट कर दिया जाये तो विचरित परिणाम प्राप्त होगा। सारे संसार में जागरूकता आ जाए। संसार का रूप निखरा नजर आए। मिलवर्तन और भाईचारे की भावना से युक्त होकर सुंदर वातावरण बनाने में सभी योगदान दें। प्रेम और सद्भावनाओं से युक्त हृदय वाले ही वास्तविकता में सच्चे प्रभु प्रेमी होते है। जहां अहंकार होता है। वहां प्यार नहीं होता।